इन्दौर (Indore)। पाटनीपुरा मेनरोड के उन दुकानदारों को एक सप्ताह का समय अपने संपत्ति संबंधी दस्तावेज दिखाने के लिए मिल गया है, जिन्हें जिला प्रशासन द्वारा रोडवेज की जमीन से हटाने के नोटिस दिए गए थे। पहले 5 जून की तारीख तय की गई थी, लेकिन अब अगले सप्ताह 12 जून को रहवासी दस्तावेज दिखाने जाएंगे। बताया जा रहा है कि कई रहवासियों ने तो अपने कागजात निकाले तो उसमें होलकर स्टेट तक की रजिस्ट्री निकली है। कई लोग 100 सालों से यहां रह रहे हैं।
जिला प्रशासन के रिकार्ड में 57 दुकानदार और रहवासी रोडवेज की जमीन पर रह रहे हैं और इन्हें हटाने के लिए पिछले दिनों जिला प्रशासन की ओर से नोटिस दिया गया था, लेकिन पिछले साल यह मामला रफा-दफा हो गया था, लेकिन अब पटवारी की ओर से सभी को नोटिस दिए गए हैं। वैसे यहां 75 दुकानदार और रहवासी हैं, क्योंकि कुछ लोगों का बंटवारा हो चुका है। इन सभी को मूल दस्तावेज दिखाने के लिए प्रशासन ने समय दिया था, लेकिन तारीख बढ़ती जा रही है। पिछले मंगलवार विधायक रमेश मेंदोला और स्थानीय पार्षद तथा निगम सभापति मुन्नालाल यादव के साथ यहां के रहवासी कलेक्टर से मिलने पहुंचे थे।
इस पर 5 जून को दस्तावेज दिखाने की तारीख तय की गई थी, लेकिन कुछ रहवासियों के कागजात नहीं मिलने के कारण अब 12 जून को अगली तारीख तय की गई है। पाटनीपुरा मेनरोड व्यापारी संघ के मनोज सोमवंशी ने बताया कि वैसे तो सभी दुकानदारों ने यहां के दस्तावेज इक_ा कर लिए हैं और वे बताने के लिए तैयार हैं। इसमें कई दुकानदारों के पास 1920 की रजिस्ट्री भी है, यानि उन्हें यहां रहते हुए 100 साल से भी अधिक समय हो गया है। यहां रहने वालों का कहना है कि रोडवेज को जमीन तो बाद में अलॉट की गई थी, लेकिन रजिस्ट्रियां पहले से हमारे पास हैं।
©2024 Agnibaan , All Rights Reserved