उज्जैन। महाशिवरात्रि पर देश के विभिन्न राज्यों से आए श्रद्धालुओं के साथ महाकाल दर्शन के विशेष पास के नाम पर फिर ठगी हुई है। श्रद्धालुओं को यह पास होटलों से ही उपलब्ध कराए गए थे। पास लेकर जब वे मंदिर में प्रवेश करने पहुंचे तो फर्जी होने के कारण प्रवेश नहीं दिया गया। यहाँ यह उल्लेखनीय है कि महाकाल के बाहर पैसा खींचने के लिए जमकर लूटपट्टी हो रही है।
महाकालेश्वर मंदिर में विशेष त्यौहारों के अवसर पर हर बार बाहर के श्रद्धालुओं के साथ महाकाल दर्शन के नाम पर ठगी की वारदातें होती हैं। कल भी ऐसा ही एक मामला महाकाल थाने पहुंचा है। यहां के सहायक उपनिरीक्षक भूपेन्द्रसिंह चौहान ने बताया कि महाकाल दर्शन के लिए दिल्ली से आशुतोष, सूरत से अवधेशकुमार तथा विशाखापत्तनम से व्यंकटेश नामक श्रद्धालु उज्जैन आए थे। महाशिवरात्रि पर महाकाल दर्शन के लिए पहुंचे इन श्रद्धालुओं ने अलग-अलग होटलों में कमरे बुक किए थे। इन्होंने शिकायत दर्ज कराई है कि होटलों से उन्हें 500-500 रुपए में महाकाल दर्शन के पास दिलाए गए थे। यह पास लेकर कल जब वे महाकाल दर्शन के लिए पहुँचे तो उन्हें सुरक्षाकर्मियों ने प्रवेश नहीं दिया। पास दिखाने पर मुख्य द्वार पर बताया गया कि यह फर्जी पास है और इससे प्रवेश नहीं मिलेगा। तीनों श्रद्धालु यह शिकायत लेकर कल रात महाकाल थाने पहुंचे थे जिन्हें आज सुबह फिर होटल से थाने बुलाया गया और उनकी शिकायत पर मामले में जाँच शुरू कर दी गई है। उल्लेखनीय है कि पूर्व में भी इस तरह की घटनाएँ बाहर के श्रद्धालुओं के साथ हो चुकी है। कई श्रद्धालु ठगी होने के बाद शिकायत किए बगैर ही लौट जाते हैं।
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