ब्रुसेल्स: बेल्जियम में दुनिया के सबसे बड़े चॉकलेट प्लांट में साल्मोनेला बैक्टीरिया (Salmonella Bacteria) मिला है. कंपनी ने गुरुवार को इस बारे में जानकारी दी. न्यूज एजेंसी एएफपी को बैरी कालेबाउट कंपनी के प्रवक्ता ने बताया कि, यह बैक्टीरिया मिलने के बाद फैक्ट्री में उत्पादन रोक दिया गया है. यह कंपनी लिक्विड चॉकलेट बनाती है.
कंपनी के प्रवक्ता कॉर्निल वारलॉप ने कहा कि, प्लांट में सभी उत्पादों की जांच के बाद उन्हें ब्लॉक कर दिया गया है. कंपनी फिलहाल सभी ग्राहकों से संपर्क कर रही है जिन्होंने प्रॉडक्ट्स लिए थे. इसके अलावा चॉकलेट का उत्पादन भी अगले आदेश तक के लिए रोक दिया गया है.
साल्मोनेला बैक्टीरिया से साल्मोनेलोसिस संक्रमण होता है. साल्मोनेला पक्षियों समेत जानवरों में पाया जाता है. आमतौर यह बैक्टीरिया जानवरों के मल से दूषित खाद्य पदार्थ खाने से मनुष्यों में फैलता है. संयुक्त राज्य अमेरिका में हर साल साल्मोनेलोसिस के लगभग 40,000 मामले सामने आते हैं.
कंपनी के प्रवक्ता ने कहा कि, दूषित पाए गए ज्यादातर प्रॉडक्ट्स प्लांट पर ही उपलब्ध हैं. लेकिन फिर भी कंपनी अपने सभी विक्रेताओं से संपर्क किया है और उनसे कहा है कि वे 25 जून से बने किसी भी उत्पाद को न भेजें. वहीं इस बारे में बेल्जियम की फूड सेफ्टी एजेंसी को सूचित कर दिया गया है.
कंपनी किसी प्रकार की जांच के लिए तैयार है. यह दूसरा मामला है जब यह बैक्टीरिया मिला है. इससे पहले दक्षिणी बेल्जियम के आर्लोन में किंडर चॉकलेट बनाने वाली फेरेरो फैक्ट्री में साल्मोनेला बैक्टीरिया मिला था. हाल ही में वैज्ञानिकों ने दुनिया के सबसे बड़े बैक्टीरिया की खोज की है. इसकी लंबाई 0.4 इंच तक है.
थियोमार्गारीटा मैग्नीफिका (Thiomargarita Magnifica) नाम की प्रजाति का बैक्टीरिया कैरिबियन में लेसर एंटिल्स के ग्वाडेलोप में एक मैंग्रोव दलदल के पानी में धंसी हुई पत्तियों पर मिला है. कैलिफोर्निया के समुद्री जीव विज्ञानी जीन-मैरी वोलैंड का कहना है, ‘ये सामान्य बैक्टीरिया से लगभग पांच हजार गुना बड़ा है.
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