नई दिल्ली: चक्रवार्ती तूफान रेमल (cyclone remal) का खतरा तेजी से बढ़ रहा है. भारत मौसम विज्ञान विभाग (India Meteorological Department) के मुताबिक चक्रवात रेमल आज आधी रात को पश्चिम बंगाल के तटों और बांग्लादेश से टकराएगा (Will hit the coasts of West Bengal and Bangladesh). फिलहाल कोलकाता शहर के कुछ हिस्सों में बारिश हो रही है. चक्रवात को लेकर बंगाल के राज्यपाल ने लोगों से सतर्क रहने की सलाह दी है. साथ ही SOP का पालन करने का आग्रह किया. राज्यपाल डॉ. सीवी आनंद बोस ने कहा कि वह स्थिति पर बारीकी से नजर रख रहे हैं और इससे निपटने के लिए के लिए राज्य और केंद्रीय विशेषज्ञों के साथ लगातार संपर्क में हैं. वहीं दिल्ली में पीएम मोदी ने भी इस चक्रवात से निपटने की तैयारियों को लेकर एक समीक्षा बैठक की.
वहीं, NDRF के पूर्वी क्षेत्र के कमांडर गुरमिंदर सिंह ने कहा कि संभावना है कि चक्रवात रेमल आज आधी रात को लैंडफॉल करेगा. IMD के अनुसार लैंडफॉल के समय हवा की गति 120-130 किमी प्रतिघंटा होगी. NDRF की 14 टीमों को साउथ बंगाल में तैनात किया गया है, उन्होंने कहा कि चक्रवाती तूफान के चलते भारी बारिश हो सकती है. हालांकि यह सुपर चक्रवात अम्फान जितना गंभीर नहीं होगा, जो कि इससे पहले आया था.
उधर, साइक्लोन रेमल के चलते बांग्लादेश ने बड़े पैमाने पर लोगों को खतरे वाली जगहों से निकालने की प्रक्रिया शुरू कर दी है. बांग्लादेश के तटीय जिलों सतखिरा और कॉक्स बाजार में आधी रात तक हाईटाइड और भारी बारिश के साथ चक्रवाती तूफान रेमल दस्तक दे सकता है. समाचार एजेंसी BSS के मुताबिक साइक्लोन ‘रेमल’ के उत्तरी दिशा में बढ़ने की संभावना है और आधी रात तक मोंगला के पास पश्चिम बंगाल के खेपुपारा तट को पार कर सकता है. वहीं, आपदा प्रबंधन विभाग के महानिदेशक मिजानुर रहमान ने बीएसएस के हवाले से कहा, “बड़े पैमाने पर निकासी पहले ही शुरू हो चुकी है, सभी कमजोर लोगों को कम से कम समय में सुरक्षित स्थानों पर ले जाया जाएगा.
बांग्लादेश के आपदा प्रबंधन और राहत मंत्री मोहम्मद मोहिबुर रहमान ने कहा कि अधिकारियों ने चक्रवात केंद्रों (Cyclone Centers) पर खतरे से निपटने के लिए सभी जरूरी तैयारियां कर ली हैं. मोहिबुर ने कहा कि जिला प्रशासन ने दूरदराज के इलाकों में रहने वाले लोगों के लिए तटीय जिलों में 4 हजार साइक्लोन शेल्टर तैयार करने के साथ-साथ सामाजिक, शैक्षणिक और धार्मिक संस्थानों को अस्थायी आश्रयों में बदल दिया है. उन्होंने कहा कि तटीय जिले में चक्रवात ‘रेमल’ से निपटने के लिए साइक्लोन प्रिपरेशन प्रोग्राम (CPP) के तहत 78 हजार वॉलंटियर्स को अलर्ट मोड पर रखा है.
डेली स्टार अखबार की रिपोर्ट के अनुसार चक्रवात रेमल के संभावित परिणामों से निपटने के लिए सभी मंत्रालयों, प्रभागों और अधीनस्थ कार्यालयों के अधिकारियों की छुट्टियां रद्द कर दी गई हैं. चट्टोग्राम बंदरगाह अथॉरिटी ने चक्रवात रेमल के तट की ओर बढ़ने के कारण बंदरगाह में सभी प्रकार का आवागमन रोक दिया है. ढाका ट्रिब्यून अखबार के मुताबिक चटगांव एयरपोर्ट पर फ्लाइट्स का संचालन 8 घंटे के लिए बंद कर दिया गया है. तटीय जिले खुलना, सतखिरा, बागेरहाट, पिरोजपुर, झालाकाठी, बरगुना, भोला और पटुआखाली में बड़े खतरे की आशंका जताई गई है. क्योंकि चक्रवात रेमल अब एक गंभीर चक्रवाती तूफान में बदल गया है.
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