दमोह। जिले के पथरिया थाना पुलिस पर ग्रामीणों ने गंभीर आरोप लगाया है। दरअसल, क्षेत्र के गांव सदगुवां में गुरुवार को एक युवक (A young man) ने फांसी लगाकर आत्महत्या (committed suicide by hanging) कर ली, लेकिन सूचना मिलने के बाद भी पुलिस दूसरे दिन घटनास्थल पर पहुंची। पूरे 24 घंटे युवक का शव फांसी के फंदे पर लटका रहा।
मृतक के परिजनों ने आरोप लगाया कि जब वे गुरुवार शाम जब थाने पहुंचे तो पुलिस ने उनसे कहा कि वह उसकी फोटो खींच कर भेज दें। परिजन रातभर इंतजार करते रहे, लेकिन पुलिस नहीं पहुंची। शुक्रवार को दोबारा परिजन थाने पहुंचे तब कहीं पुलिस ने गांव पहुंचकर पंचनामा किया।
जानकारी के मुताबकि, ग्राम सदगुवां निवासी युवक संतोष अहिरवार ने बुधवार को रात फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली थी। मृतक के परिजनों के मुताबिक, संतोष बुधवार की रात खाना खाकर अपने कमरे में सोने चला गया। जब वह गुरुवार शाम तक अपने कमरे से बाहर नहीं आया तो परिजन उसे जगाने पहुंचे तो वह फांसी के फंदे पर झूल रहा था। इसके बाद परिजन सूचना देने के लिए थाने पहुंचे। परिजनों ने बतााय कि घटना की जानकारी देने पर पुलिस ने साथ आने की जगह घर पहुंचकर फंदे पर लटके युवक की फोटो खींचकर भेजने को कहा।
मृतक के परिजन नाथूराम ने बताया कि संतोष का शव रातभर फांसी के फंदे पर लटका रहा। शुक्रवार सुबह वह दोबारा पुलिस के पास पहुंचे, इसके बाद 10 बजे के करीब पुलिस गांव पहुंची और शव का पंचनामा किया। एक और परिजन रामलाल ने बताया कि सूचना के बाद भी पुलिस नहीं पहुंची और दिनभर और रात भर शव फंदे से लटका रहा। (एजेंसी, हि.स.)
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