इंदौर। ग्रामीण क्षेत्र के दो आश्रमों को निशाना बनाने वाली गैंग की तलाश में पुलिस ने कई संभावित ठिकानों पर दबिश दी, लेकिन कोई सुराग नहीं मिल पाया है। पांच दिन के अंतराल में हुई इन घटनाओं को लेकर पुलिस अफसर हैरान है। पहली घटना सांवेर के अंतर्गत ग्राम अलवासा की है, जहां डकैतों ने एक आश्रम को निशाना बनाया था और वहां से पुजारी के साथ मारपीट कर 18 हजार रुपये नकदी और महंत के कान से सोने की बाली लूटकर ले गए थे। अभी इस घटना का सुराग भी नहीं लगा था कि सांवेर के अंतर्गत ग्राम नागपुर में सशस्त्र डकैतों ने मां वैष्णोदेवी शक्तिपीठ संत सेवा आश्रम में धावा बोल दिया और वहां सेवादार जितेंद्र जैन और महंत अमृतगिरि बाबा पर हमला कर घायल कर दिया।
सांवेर थाना प्रभारी ने बताया कि इस घटना में एक ही गैंग का हाथ हो सकता है, जो चड््डी-बनियान पहने हुए थे। इस तरह की वारदातों में गुजरात और दाहोद की गैंग का हाथ रहा है। खरगोन, उज्जैन, बिचौली मर्दाना तथा चंदननगर क्षेत्र में हुई घटनाओं में चड्डी-बनियान धारी गैंग का हाथ रहा है। पुलिस तकनीकी तरीके से जांच कर रही है। साथ ही फरार डकैतों के बारे में भी पता लगा रही है, जो इन वारदातों में शामिल है, जो अभी तक नहीं पकड़ाए। हालांकि ऐसे गिरोह को पकड़ना पुलिस के लिए आसान नहीं है क्योकि इनके अड्डों पर पुलिस टीम पर कई बार हमले हो चुके है।
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