नई दिल्ली। अरब सागर (Arabian Sea) से उठा चक्रवाती तूफान टाउते (Tauktae) ने बीते सोमवार गुजरात (Gujrat) में प्रवेश किया. इसकी लैंडफॉल (Landfall) प्रक्रिया सोमवार देर रात को राज्य के सौराष्ट्र (Saurashtra) क्षेत्र में पूरी हुई. मौसम विभाग ने इस बात की जानकारी दी है. विभाग के मुताबिक, तूफान कुछ कमजोर पड़ रहा है. मामले की गंभीरता को देखते हुए सोमवार दोपहर तक गुजरात से करीब 2 लाख लोगों को निकाला गया है. इससे पहले महाराष्ट्र (Maharashtra) के कोंकण (Konkan) में इस तूफान के चलते 6 लोग अपनी जान गंवा चुके हैं.
गुजरात के सौराष्ट्र में टाउते तूफान की लैंडफॉल प्रक्रिया पूरी हुई. दियु और ऊना के बीच गुजरात तट पर टाउते करीब 9 बजे पहुंचा. मौसम विभाग के अनुसार, तूफान की प्रक्रिया रात 12 बजे तक जारी रही. हालांकि, अधिकारियों के मुताबिक, इस दौरान किसी भी तरह की जनहानि की खबर नहीं है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को महाराष्ट्र, गुजरात और गोवा के मुख्यमंत्रियों से बात कर तैयारियों का जायजा लिया. उन्होंने दमन और दियु के लेफ्टिनेंट गवर्नर से भी चर्चा की.
गोवा में एक दिन बाद बहाल होगी बिजली!
महाराष्ट्र और गुजरात के अलावा टाउते ने गोवा में भी जमकर तबाही मचाई है. रविवार को राज्य के तटीय क्षेत्रों से गुजरने के दौरान यहां बिजली के 700 खंभे गिर गए और 200-300 ट्रांसफॉर्मर्स को नुकसान पुहंचा है. राज्य के मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत ने कहा है कि सभी इलाकों में बिजली की स्थिति दोबारा बहाल करने के लिए कम से कम 1 दिन का समय लगेगा. बीते सोमवार को गुजरात में भी तूफान प्रभावित क्षेत्रों में कई पेड़ धराशाई हो गए. इस दौरान दृश्यता कम होने के चलते यातायात भी बुरी तरह प्रभावित हुआ.
भारत में क्या रहा मौसम
मौसम की जानकारी देने वाली एजेंसी स्कायमेट वेदर के अनुसार, बीते 24 घंटों में भारत के मध्य और पूर्वोत्तर क्षेत्रों में भी जमकर बादल बरसे. एजेंसी के अनुसार, आंध्र प्रदेश के तटीय इलाकों, मध्य प्रदेश, मध्य महाराष्ट्र, सिक्किम में तेज बारिश दर्ज की गई. वहीं, जम्मू-कश्मीर, मुजफ्फराबाद, तमिलनाडु, तेलंगाना, राजस्थान के दक्षिण पूर्व के कुछ हिस्सों और कर्नाटक के आंतरिक भागों में हल्की से मध्यम बारिश हुई. मंगलवार को गुजरात और उत्तरी महाराष्ट्र के तट पर कई जगहों पर भारी बारिश की संभावना जताई जा रही है.
वायुसेना और नौसेना तैयार
देश के पश्चिम तटीय क्षेत्रों की ओर बढ़ रहे टाउते को लेकर भारतीय वायुसेना (Indian Air Force) और नौसेना भी तैयार हो रही हैं. दोनों सेनाएं अपनी-अपनी संपत्तियों के साथ राहत कार्य के लिए तैनात हो रही हैं. वायुसेना ने नेशनल डिजास्टर रिस्पॉन्स फोर्स (NDRF) की रेस्क्यू टीमों को को एयरलिफ्ट करने और मिशन के दौरान इस्तेमाल होने वाली चीजों के लिए कई विमान तैनात किए हैं. रक्षा मंत्रालाय की तरफ से रविवार को मिली जानकारी के अनुसार, वायुसेना ने दो C-130J और एक An-32 ट्रांसपोर्ट एयरक्राफ्ट की तैनाती की है.
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