पुडुचेरी में बारिश, 9 बजे तक बंद रहेगा चेन्नई एयरपोर्ट
चेन्नई/पुडुचेरी। भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने गुरुवार को कहा कि बहुत ही खतरनाक चक्रवाती तूफान निवार पुडुचेरी के पास तट को पार कर गया है और वह अब कमजोर हो गया है। तमिलनाडु और पुडुचेरी के अधिकारियों ने चक्रवाती तूफान से उत्पन्न स्थिति को संभालने के लिए कई उपाय किए हैं, जिससे कई क्षेत्रों में भारी वर्षा हुई है। एहतियाती उपाय के रूप में, एक लाख से अधिक लोगों को तटीय क्षेत्रों से सुरक्षित स्थान ले जाया गया है और इन इलाकों में बिजली की आपूर्ति काट दी गई है।
भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) का कहना है कि चक्रवात निवार उत्तर-पश्चिम की ओर बढ़ने और अगले 3 घंटों के दौरान एक चक्रवाती तूफान में कमजोर पड़ गया। पुडुचेरी में वर्षा जारी है। चक्रवात निवार का केंद्र 25 नवंबर रात 11.30 बजे से लेकर 26 नवबंर की सुबह 2.30 बजे के दौरान पुडुचेरी का तट पार कर गया। यह 26 नवंबर की सुबह 2:30 बजे तक भयंकर चक्रवाती तूफान कमजोर हो गया। पुडुचेरी से अगले 3 घंटे के दौरान धीरे-धीरे घटकर 65-75 किमी प्रति घंटे हो गया।
तमिलनाडु और पुडुचेरी के कुछ हिस्सों में बुधवार को तेज हवाएं चलने के साथ मूसलाधार बारिश हुई। भारत मौसम विभाग ने बुधवार को कहा था कि भीषण चक्रवाती तूफान निवार के समुद्र तट से टकराने की प्रक्रिया शुरू हो गई है और यह जल्द ही तट को पार कर जाएगा। आईएमडी ने अपने ट्विटर हैंडल पर कहा था कि अत्यंत भीषण चक्रवाती तूफान निवार अभी पुडुचेरी के पूर्व- दक्षिणपूर्व में लगभग 40 किमी दूर स्थित कुड्डालोर से 50 किमी पूर्व-दक्षिणपूर्व में है। चक्रवाती तूफान के पहुंचने की प्रक्रिया शुरू हो गई है। अगले 3 घंटों में पुडुचेरी के पास वाले तट को पार कर जाएगा।
इससे पहले दोनों प्रदेशों के कई हिस्सों में बुधवार को मूसलाधार बारिश हुई और तेज हवाएं चलीं, जिसके मद्देनजर एक लाख से अधिक लोगों को सुरक्षित स्थानों पर भेज दिया गया है। मौसम विभाग ने कहा है कि दक्षिण-पश्चिमी बंगाल की खाड़ी में बने निवार चक्रवात ने पश्चिमोत्तर की ओर बढ़ते हुए अति विकराल रूप धारण कर लिया है और चेन्नई से 160 किलोमीटर तथा पुडुच्चेरी से 85 किलोमीटर दूर तट से टकराने वाला है।
इस बीच तमिलनाडु के मुख्यमंत्री के पलानीस्वामी ने चक्रवात के मद्देनजर लोगों की सुरक्षा के लिए बृहस्पतिवार को चेन्नई, वेल्लोर, कुड्डालोर, विल्लुपुरम, नागापट्टिनम, तिरुवरूर, चेंगलपेट, कांचीपुरम समेत 13 जिलों में सार्वजनिक अवकाश की घोषणा की है। बुधवार को पहले ही अवकाश घोषित किया जा चुका था।
इस बीच जम्मू-कश्मीर और हिमाचल प्रदेश में बर्फबारी होने से उत्तर भारत में ठंड बढ़ गई है। राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली और इसके पड़ोसी शहरों में हवा की गति धीमी होने के कारण वायु की गुणवता खराब होकर गंभीर कैटेगरी में पहुंच गई है। दिल्ली में प्रदूषक तत्त्व पीएम 2.5 जनित प्रदूषण में पराली जलने से निकले धुंए की हिस्सेदारी बुधवार को दो प्रतिशत रही।
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