नई दिल्ली। एक बार फिर देश के तटीय इलाकों में चक्रवाती तूफान ‘बिपरजॉय’ का खतरा मंडरा रहा है। मौसम विभाग की माने तो आज बिपरजॉय और भी भयानक रूप ले सकता है। इसके बाद यह गंभीर चक्रवाती तूफान बन सकता है। इस तूफान का असर कई तटीय इलाकों में देखने को मिल सकता है। इस दौरान यहां तूफान व तेज बारिश होने की उम्मीद है। भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) का कहना है कि अगले दो दिनों में उत्तर से उत्तर पश्चिम की ओर बढ़ेगा। वहीं, दूसरी ओर, मौसम पूर्वानुमान में कहा गया है कि सात राज्यों में लू की स्थिति रहेगी।
वहीं, चक्रवात बिपरजॉय से पहले वलसाड के अरब सागर तट पर स्थित तिथल बीच पर ऊंची लहरें उठती दिखीं। मौसम विभाग की चेतावनी के बाद वलसाड प्रशासन ने सावधानी बरतते हुए तिथल बीच को पर्यटकों के लिए बंद कर दिया है। वलसाड के तहसीलदार टीसी पटेल ने कहा कि मछुआरों को समुद्र के पास जाने से साफ मना किया हुआ है। अगर जरूरत पड़ी तो दरिया कांठां गांव में लोगों को जरूरत पड़ने पर स्थानांतरण किया जाएगा और उनके लिए शेल्टर बनाए गए हैं। वहीं, पर्यटकों के लिए तिथल बीच को 14 जून तक बंद कर दिया गया है।
आईएमडी के अनुसार, बिपरजॉय उत्तर-पूर्वोत्तर की ओर बढ़ रहा है। मौसम विभाग ने कहा कि दक्षिण भारतीय क्षेत्र में अगले चार दिनों में बारिश होने की संभावना है। जहां केरल और तटीय कर्नाटक में सोमवार तक भारी बारिश होने की संभावना है, वहीं लक्षद्वीप में रविवार तक बारिश होगी। इसके अलावा, केरल के आठ जिलों को शुक्रवार को यलो अलर्ट पर रखा गया था। इन जिलों में तिरुवनंतपुरम, कोल्लम, पठानमथिट्टा, अलाप्पुझा, कोट्टायम, इडुक्की, कोझिकोड और कन्नूर शामिल हैं। वहीं, शुक्रवार को वेल्लोर जिले में तेज हवाओं के साथ भारी बारिश हुई, कुछ स्थानों पर ओलावृष्टि भी दर्ज की गई। चेन्नई क्षेत्रीय मौसम विज्ञान केंद्र वेल्लोर के अनुसार 5.5 सेमी बारिश दर्ज की गई है।
आईएमडी ने कहा कि मानसून अपने निर्धारित समय से सात दिन देरी से गुरुवार को दक्षिण भारतीय राज्य पहुंचा। मौसम विभाग द्वारा यह घोषणा ऐसे समय में की गई है जब वैज्ञानिकों ने चेतावनी दी है कि चक्रवात बिपरजोय के कारण प्रायद्वीप पर धीमी प्रगति के साथ मौसम प्रणाली की शुरुआत कमजोर रहने की संभावना है। आईएमडी के महानिदेशक एम महापात्रा के अनुसार 15 जून के बाद ही बारिश में तेजी आने की उम्मीद है।
अगले सप्ताह के मध्य तक मौसम का पूर्वानुमान जारी करते हुए, मौसम कार्यालय ने कहा कि दक्षिण भारत के अलावा और पूर्वोत्तर में भी बुधवार तक भारी वर्षा होगी। उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल और सिक्किम में शुक्रवार को अलग-अलग हिस्सों में भारी बारिश जारी रहेगी, जिसके अगले दो दिनों में बहुत भारी बारिश होने की उम्मीद है।
मौसम पूर्वानुमान में कहा गया है कि सात राज्यों में लू की स्थिति रहेगी। बिहार के कुछ हिस्सों में मंगलवार तक लू की स्थिति बनी रहेगी। वहीं, गंगीय पश्चिम बंगाल, ओडिशा और झारखंड में सोमवार तक गर्मी की लहर जारी रहेगी। उत्तर प्रदेश रविवार तक लू की स्थिति का सामना करेगा। इस बीच, उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल और सिक्किम और आंध्र प्रदेश के कुछ हिस्सों में शनिवार तक इस तरह की स्थिति देखने को मिल सकती है।
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