बर्मिंघम। भारतीय महिला क्रिकेट टीम (Indian women’s cricket team) को रजत पदक से संतोष करना पड़ा है। फाइनल (IND vs AUS Women’s Cricket Final) में ऑस्ट्रेलिया ने भारत को नौ रन से हरा दिया। इस तरह राष्ट्रमंडल खेलों (Commonwealth Games) में पहली बार शुरू हुए महिला क्रिकेट में ऑस्ट्रेलियाई टीम (australian team) ने ऐतिहासिक स्वर्ण पदक जीता। इससे पहले 1998 में मलेशिया में हुए कॉमनवेल्थ गेम्स में पुरुषों की टीम ने हिस्सा लिया था। तब भी ऑस्ट्रेलिया ने स्वर्ण पदक जीता था।
टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करते हुए ऑस्ट्रेलियाई महिला टीम ने 20 ओवर में आठ विकेट गंवाकर 161 रन बनाए। बेथ मूनी ने सबसे ज्यादा 61 रन की पारी खेली। वहीं, कप्तान मेग लेनिंग ने 26 गेंदों में 36 रन की पारी खेली। जवाब में भारतीय टीम 152 रन पर सिमट गई। कप्तान हरमनप्रीत कौर ने 65 रन की पारी खेली। वहीं, जेमीमा रॉड्रिग्स ने 33 रन की पारी खेली।
हरमप्रीत ने 34 गेंदों में इस टूर्नामेंट का अपना दूसरा अर्धशतक लगाया। इससे पहले टूर्नामेंट के पहले मैच में ग्रुप स्टेज में भी हरमनप्रीत ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ ही अर्धशतक लगाया था। हालांकि, उनकी यह पारी कोई काम नहीं आ सकी। मैच के दौरान भारत ने एक कन्कशन भी किया। तानिया भाटिया को विकेटकीपिंग के दौरान चोट लगी थी। इसके बाद उनकी जगह यास्तिका भाटिया को कन्कशन रिप्लेसमेंट के तौर पर टीम में शामिल किया गया।
ऑस्ट्रेलियाई पारी
पहले बल्लेबाजी करते हुए ऑस्ट्रेलिया की शुरुआत खराब रही। नौ रन के कुल स्कोर पर एलिसा हिली को रेणुका सिंह ने एल्बीडब्ल्यू आउट किया। हिली सात रन बना सकीं। बेथ मूनी और कप्तान मेग लेनिंग ने दूसरे विकेट के लिए 74 रन की साझेदारी निभाई। ऑस्ट्रेलिया को दूसरा झटका राधा यादव ने दिया। उन्होंने शानदार थ्रो पर लेनिंग को रन आउट किया। लेनिंग 26 गेंदों में पांच चौके और एक छक्के की मदद से 36 रन की पारी खेली। ऑस्ट्रेलिया को तीसरा झटका ताहिला मैग्राथ के रूप में लगा। ताहिला दो रन बना सकीं। उन्हें दीप्ति शर्मा ने राधा यादव के हाथों कैच कराया। स्नेह राणा ने एश्ले गार्डनर को आउट कर ऑस्ट्रेलिया को पांचवां झटका दिया। गार्डनर 15 गेंदों में 25 रन (दो चौके, एक छक्का) बनाकर आउट हुईं।
ग्रेस हैरिस के रूप में रेणुका सिंह ने मैच में अपनी दूसरी सफलता हासिल की। हैरिस दो रन बना सकीं। एलाना किंग (1) को राधा यादव ने मेघना के हाथों कैच कराया। वहीं, जोनासेन (1) रन आउट हुईं। रेचेल हेन्स 10 गेंदों में 18 रन और मेगान शट एक रन बनाकर नाबाद रहीं। भारत की ओर से रेणुका सिंह और स्नेए राणा ने दो-दो विकेट लिए। वहीं, दीप्ति और राधा को एक-एक विकेट मिला।
भारतीय पारी
162 रन का पीछा करने उतरी भारतीय टीम की शुरुआत भी खराब रही। 22 रन तक भारत ने स्मृति मंधाना और शेफाली वर्मा के विकेट गंवा दिए थे। मंधाना 6 रन और शेफाली 11 रन बनाकर आउट हुईं। इसके बाद जेमीमा रॉड्रिग्स और कप्तान हरमनप्रीत कौर ने तीसरे विकेट के लिए 71 गेंदों में 96 रन की साझेदारी निभाई। इन दोनों ने मैच पर टीम इंडिया की पकड़ मजबूत कर दी थी। यह इस टूर्नामेंट में किसी भी विकेट के लिए भारत की सबसे बड़ी साझेदारी है। हरमनप्रीत ने इस टूर्नामेंट में अपना दूसरा अर्धशतक जड़ा। पहला अर्धशतक भी उन्होंने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ ग्रुप मैच में बनाया था। जेमीमा को शट ने बोल्ड किया। वह 33 गेंदों में 33 रन बनाकर आउट हुईं।
हरमनप्रीत कौर ने 43 गेंदों में 65 रन की पारी खेली। उन्होंने अपनी पारी में सात चौके और दो छक्के लगाए। हरमनप्रीत को गार्डनर ने मूनी के हाथों कैच कराया। इसके बाद मैच एकबार फिर पलटा और भारत वापसी नहीं कर सकी। गार्डनर ने लगातार दो गेंदों पर दो विकेट लिए। हरमन के साथ ही उन्होंने पूजा वस्त्राकर को पवेलियन भेजा। पूजा एक रन बना सकीं।
आखिरी तीन ओवर में भारत को 28 रन चाहिए थे। 18वें ओवर में भारत ने 11 रन बनाए। इस ओवर में स्नेह राणा (8) रन आउट हो गईं। आखिरी दो ओवर में भारत को 17 रन चाहिए थे। 19वें ओवर में भारत ने छह रन बनाए और दो विकेट गंवा दिए। राधा यादव (1) रन आउट हुईं। वहीं, दीप्ति शर्मा (13) को शट ने एल्बीडब्ल्यू आउट किया।
आखिरी ओवर में भारत को 11 रन चाहिए थे। स्ट्राइक पर कन्कशन सब्सटीट्यूट यास्तिका भाटिया थीं, लेकिन टीम इंडिया एक रन ही बना सकी। मेघना सिंह एक रन और यास्तिका दो रन बनाकर आउट हुईं।
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