नई दिल्ली। अमेरिकी क्रेडिट रेटिंग एजेंसी फिच ने मंगलवार को जारी अपनी वैश्विक आर्थिक परिदृश्य में कहा कि चालू वित्त वर्ष 2020-21 में भारत के सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) में 9.4 प्रतिशत की गिरावट रहेगी। इससे पहले फिच ने भारतीय अर्थव्यवस्था में 10.5 प्रतिशत की गिरावट का अनुमान लगाया था।
चालू वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही (जुलाई-सितम्बर) में भारतीय अर्थव्यवस्था में उम्मीद से बेहतर सुधार के मद्देनजर रेटिंग एजेंसी ने अपने अनुमान में संशोधन किया है। फिच ने कहा कि अब हमारा अनुमान है कि 2020-21 में भारत के जीडीपी में 9.4 प्रतिशत की गिरावट आएगी। इससे पहले फिच ने भारतीय अर्थव्यवस्था में 10.5 प्रतिशत की गिरावट का अनुमान लगाया था। फिच ने कहा कि आगे के वर्षों में भारतीय अर्थव्यवस्था 11 प्रतिशत से अधिक (कोई बदलाव नहीं) और 6.3 प्रतिशत (0.3 प्रतिशत अधिक) की दर से वृद्धि दर्ज करेगी।
उल्लेखनीय है कि फिच रेटिंग्स इंक एक अमेरिकी क्रेडिट रेटिंग एजेंसी है । दुनिया की तीन बड़ी क्रेडिट रेटिंग एजेंसियों” में से एक है। अन्य दो मूडीज और स्टैंडर्ड एंड पूअर्स हैं। यह 1975 में अमेरिकी प्रतिभूति और विनिमय आयोग द्वारा नामित तीन राष्ट्रीय मान्यता प्राप्त सांख्यिकीय रेटिंग संगठनों (एनआरएसआरओ) में से एक है। फिच रेटिंग्स का मुख्यालय न्यूयॉर्क और लंदन में है। हर्स्ट 12 अप्रैल 2018 को 2.8 बिलियन डॉलर के अतिरिक्त 20 प्रतिशत के अधिग्रहण के बाद कंपनी के 100 प्रतिशत मालिक हैं। (एजेंसी, हि.स.)
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