नई दिल्ली (New Dehli) । मंदसौर (Mandsaur) के प्रसिद्ध पशुपतिनाथ (Pashupatinath) मंदिर में दान (Donation) पेटी खुलने के बाद 2 दिनों (days) से गिनती (Counting) का काम चल रहा है. इस गणना में 30 लाख रुपए से ज्यादा की चढ़ोत्री अभी तक निकल चुकी है. खास बात यह रही है कि भारतीय मुद्रा के साथ-साथ जापान, ओमान और वियतनाम के नोट भी दानपेटी से निकले हैं. मध्य प्रदेश के मंदसौर में पशुपतिनाथ विराजमान है. पशुपतिनाथ का मंदिर 100 साल पुराना है.
मंदिर के प्रबंधक राहुल रुनवाल ने बताया कि एक माह की चढोत्री की गणना का काम मंदिर में 2 दिन से चल रहा है. पहले दिन 19 लाख 22,800 रूपय की राशि प्राप्त हुई, जबकि दूसरे दिन 11,59,260 रुपए की धनराशि प्राप्त की गई.
इतने राशि का हुआ धनराशि प्राप्त
इस तरह मंदिर में 1 माह में 30,90,060 रुपये की धनराशि प्राप्त हुई है, जिसे मध्य प्रदेश ग्रामीण बैंक में जमा करा दिया गया है. उन्होंने बताया कि दान पेटी से चांदी के बेलपत्र आदि सामग्री भी प्राप्त की गई है. इसके अलावा इस बार जापान, वियतनाम और ओमान के नोट भी निकले हैं. जापान का 1000 का नोट दान पेटी से निकला है, जबकि वियतनाम का 5000 और ओमान का 100 रुपये का नोट निकला है. प्रबंधक के मुताबिक नेपाल के 7 सिक्के भी प्राप्त हुए हैं. इससे स्पष्ट है कि देश ही नहीं बल्कि विदेशों से भी शिव भक्त भगवान पशुपतिनाथ का आशीर्वाद लेने के लिए आ रहे हैं.
शिवना नदी से प्रकट हुए थे पशुपतिनाथ
मंदसौर के प्रसिद्ध पशुपतिनाथ मंदिर की अपनी अलग ही कहानी है. ऐसा बताया जाता है कि शिवना नदी के तट पर एक व्यक्ति द्वारा रोज कपड़ों की धुलाई की जाती थी. 1 दिन उसे सपने में भगवान ने दर्शन दिए और कहा कि वह उनके सिर पर कपड़ों की धुलाई कर रहा है. इसके बाद उसने आसपास के लोगों को यह बात बताई और जब पानी कम होने पर जगह को टटोला गया तो वहां से भगवान पशुपतिनाथ की विशाल मूर्ति निकली. इसके बाद शिवना नदी के किनारे मूर्ति को स्थापित कर मंदिर की स्थापना की गई
©2024 Agnibaan , All Rights Reserved