इंदौर। दीपावली के बाद से कोरोना संक्रमण की रफ्तार लगातार बढ़ रही है इसको देखते हुए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने इंदौर भोपाल ग्वालियर विदिशा रतलाम इन पांच शहरों में रात 10:00 बजे से सुबह 6:00 बजे तक 21 नवंबर से कर्फ्यू का ऐलान किया है, मुख्यमंत्री ने यह भी बताया कि संक्रमण के इस दौर में स्कूल कॉलेज नहीं खोले जाएंगे, सिर्फ नौवीं से बारहवीं तक के स्कूली छात्र पढ़ाई में कठिनाई आने पर मार्गदर्शन लेने स्कूल जा सकेंगे, मुख्यमंत्री ने 21 नवंबर को सभी जिला कलेक्टर को स्थानीय स्तर पर क्राइसिस मैनेजमेंट कमेटी की बैठक लेने का निर्देश दिया है, इसके बाद ही स्थानीय निर्णय वहां की संक्रमण स्थिति को देखते हुए लिए जाएंगे।
कोविड-19 की रोकथाम के संबंध में लिये गये महत्वपूर्ण निर्णय
• प्रदेश में कन्टेनमेंट जोन को छोड़कर शेष किसी भी जिले, शहर, क्षेत्र में लॉकडाउन नहीं लगाया जायेगा।
• अन्तर्राज्यीय एवं अन्तरजिला परिवहन सतत एवं निर्बाध रूप से चल सकेगा।
• अधिक संक्रमण के जिलों इन्दौर, भोपाल, ग्वालियर, रतलाम एवं विदिशा में 21 नवम्बर से आगामी आदेश तक प्रत्येक रात्रि 10 बजे से .प्रात: 6 बजे तक दुकानें, व्यावसायिक प्रतिष्ठान बंद रहेंगे तथा नागरिक अति आवश्यक होने पर ही इस अवधि में आवागमन कर सकेंगे।
• औद्योगिक मजदूरों के आवागमन एवं ट्रकों के परिवहन पर कोई रोक नहीं रहेगी।
• कक्षा 1 से 8वीं तक के समस्त स्कूल आगामी आदेश तक बंद रहेंगे। कक्षा 9 से 12 के स्कूली छात्र-छात्राएं तथा कॉलेज के छात्र-छात्राएँ विभागों द्वारा जारी दिशा-निर्देशों के अनुरूप गाइडेंस के लिए स्कूल/कॉलेज आ सकेंगे।
• फेस मास्क का उपयोग पब्लिक प्लेसेस में समस्त नागरिक करें इसका सख्ती से पालन कराया जायेगा।
प्रदेश के समस्त जिलों में 21 नवम्बर से जिला क्राइसिस मैनेजमेंट कमेटियों की बैठक आयोजित कर 22 नवम्बर तक समस्त जिला कलेक्टर विवाह/सामाजिक कार्यक्रमों में उपस्थिति की अधिकतम सीमा क्या तय की जाए और जिले में कौन-कौन से कन्टेनमेंट जोन बनाए जाएंगे का प्रस्ताव राज्य शासन को भेजेंगे।
मुख्यमंत्रीजी ने इंदौर कलेक्टर श्री मनीष सिंह से इंदौर के संबंध में ली जानकारी
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने आज विस्तारपूर्वक समीक्षा में प्रदेश में कोरोना की स्थिति की जानकारी प्राप्त की। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि किसी भी जिले में ऑक्सीजन की कमी न हो, बेड भी पर्याप्त संख्या में उपलब्ध हों, होम आइसोलेशन की सुचारू व्यवस्था हो। टेस्टिंग क्षमता के लक्ष्य पूरे हों और सार्वजनिक स्थानों पर भीड़-भाड़ न हो, यह सुनिश्चित किया जाए। बैठक में जानकारी दी गई कि मध्यप्रदेश कोरोना के एक्टिव रोगियों की संख्या की दृष्टि से देश में 15वें स्थान पर है। राज्य का रिकवरी रेट 93 प्रतिशत है। वर्तमान में 15 हजार टेस्ट रोजाना हो रहे हैं। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने इंदौर और भोपाल कलेक्टर से इस सप्ताह पॉजीटिव रोगियों की संख्या के संदर्भ में चर्चा की और उपलब्ध उपचार सुविधाओं की जानकारी भी प्राप्त की। कलेक्टर इंदौर श्री मनीष सिंह ने बताया कि रात्रि में लोगों के अनावश्यक मूवमेंट को रोकने के प्रयास बढ़ाएंगे। कलेक्टर भोपाल ने बताया कि व्यापारी संघों से चर्चा हो रही है। वे मार्केट को स्वैच्छिक रूप से जल्दी बंद करवाने के लिए सहमत हैं। कलेक्टर जबलपुर ने बताया कि आमजन द्वारा पिकनिक और आउटिंग जैसी गतिविधियों को हतोत्साहित किया जा रहा है। वृद्धजन के निवास पर बने रहने की समझाईश परिवारों को दी जा रही है। कलेक्टर ग्वालियर ने बताया कि गंभीर प्रकरण अधिक न होने पर भी जागरूकता की गतिविधियां चल रही हैं।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने होम आइसोलेशन रोगियों की देखरेख के संबंध में भी कलेक्टर्स से जानकारी प्राप्त की। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने निर्देश दिए कि आर्थिक गतिविधियों के संचालन को प्रभावित किए बिना कोरोना से बचाव के सभी निर्धारित आवश्यक उपायों पर अमल किया जाए।
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