नई दिल्ली। देश भर में कोरोना की दूसरी लहर में संक्रमितों के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। यही वजह है कि कई राज्यों के कई शहरों में लॉकडाउन लगाया गया है। जबकि दिल्ली-एनसीआर सहित कई राज्यों के शहरों में नाइट कर्फ्यू या वीकेंड कर्फ्यू लगाया गया है। लॉकडाउन और अब कर्फ्यू के चलते लोगों को परेशानियां भी होती हैं हालांकि इस दौरान सुविधाओं के खुले और बंद होने को लेकर लोगों में काफी कन्फ्यूजन भी रहता है।
यहां यह जानने वाली बात है कि इन दोनों ही प्रक्रियाओं में बेसिक अंतर रहता है। उत्तर प्रदेश के बागपत में नायाब तहसीलदार के पद पर तैनात विवेक मिश्रा ने न्यूज 18 हिंदी को इन दोनों के आधारभूत अंतर के बारे में बताया है। इससे आप कर्फ्यू और लॉकडाउन के बीच अंतर (difference between curfew and lockdown) को समझने के साथ ही इस दौरान बरती जाने वाली सावधानियों के बारे में भी जागरुक हो पाएंगे।
क्या होता है लॉकडाउन (What is Lock down)
वे बताते हैं कि लॉकडाउन एक आपातकाल जैसी स्थिति है या स्थानीय प्रशासन द्वारा लगाई जाने वाली एक आपातकाल व्यवस्था होती है, जिसमें जरूरी सेवा बंद नहीं की जाती लेकिन निजी प्रतिष्ठान और सार्वजनिक परिवहन और यातायात की व्यवस्था रोक दी जाती है। लॉकडाउन में लोगों से घर में लॉक रहने की अपील की जाती है, उन्हें केवल आवश्यक चीजों के लिए ही बाहर निकलने की अनुमति होती है। हालांकि यह सरकार द्वारा अपनाई गई एक अस्थायी प्रणाली होती है।
लॉकडाउन के दौरान आवश्यक सुविधाएं जारी रहती हैं। यह प्रशासन पर निर्भर करता है कि वह किस सेवा को जारी रखना चाहता है। लॉकडाउन में स्थानीय प्रशासन निजी संस्थानों को बंद करवा देता है और वर्क फ्रॉम होम के आदेश देता है। लॉकडाउन का उद्देश्य यह है कि लोग अपने घरों में ही रहें ताकि किसी तरह का संक्रमण नहीं फैले । देश के कई राज्यों और शहरों में लॉकडाउन किया गया है, लेकिन बैंक, डेयरी, दवा, राशन, फल-सब्जी जैसे जरूरी सामान के लिए दुकानें खुली हुई हैं।
कर्फ्यू क्या होता है (What is Curfew)
आमतौर पर कर्फ्यू बेहद गंभीर स्थिति में लगाया जाता है। कर्फ्यू के दौरान लोगों को अपने घरों से बाहर जाने की इजाजत नहीं होती। कर्फ्यू के दौरान स्कूल, कॉलेज, बाजार सब बंद रहते हैं। कर्फ्यू में छूट बहुत कम देर के लिए दी जाती है इसलिए कर्फ्यू के दौरान सिर्फ वही सेवा चालू रहती है, जो बेहद जरूरी हों। कर्फ्यू के तहत लोगों को हिदायत दी जाती है कि वे अपने घरों से बाहर सड़कों पर न निकलें।
इसके साथ ही कर्फ्यू का उल्लंघन करने वाले की गिरफ्तारी हो सकती है और जुर्माना भी लगाया जा सकता है। कर्फ्यू के दौरान बाजार और बैंक जैसी सेवा पर ताला लटका रहता है। जब कर्फ्यू में ढील दी जाती है तभी घरों में बंद लोग बाहर निकल सकते हैं फिर वे इन सेवा का लाभ उठा सकते हैं। यह कुछ दिनों या घंटों के लिए किसी विशेष क्षेत्र में लगाया जाता है। आमतौर पर, कर्फ्यू; सांप्रदायिक दंगे, आतंकी घटना या किसी विकट आपदा के कारण लागू किया जाता है। इसका मूल उद्देश्य, देश और प्रदेश में शांति और व्यवस्था बनाये रखना होता है।
कर्फ्यू और लॉकडाउन में अंतर (Difference between Lockdown and Curfew)
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