नई दिल्ली। पूरी दुनिया में क्रिप्टोकरेंसी का क्रेज बढ़ता जा रहा है। ज्यादा से ज्यादा लोग डिजिटल मुद्रा से प्रभावित हो रहे हैं। लेकिन इसकी सुरक्षा पर भी सवाल खड़ा होता है। डिसेंट्रलाइज्ड वित्तीय (Defi) प्लेटफॉर्म कंपाउंड के हालिया अपडेट में एक बग ने उपयोगकर्ताओं को गलती से लगभग 90 मिलियन डॉलर यानी नौ करोड़ डॉलर की क्रिप्टोकरेंसी भेज दी। इसे वापस लेने के लिए कंपनी के सीईओ उपयोगकर्ताओं से विनती कर रहे हैं।
यह गड़बड़ी क्रिप्टोकरेंसी प्लेटफॉर्म के लिए एक बुरे सपने की तरह है। मालूम हो कि डिसेंट्रलाइज्ड फाइनेंस (Defi) प्लेटफॉर्म में बैंक या अन्य बिचौलिए नहीं होते हैं। यह पूरी तरह से कंप्यूटर कोड द्वारा नियंत्रित यूजर्स के बीच स्मार्ट कॉन्ट्रैक्ट्स पर निर्भर होने के बजाय फंड का प्रबंधन करते हैं।
अमेरिकन फॉर फाइनेंशियल रिफॉर्म के एक वरिष्ठ नीति विश्लेषक एंड्रयू पार्क ने कहा कि, ‘मौजूदा बैंकिंग प्रणाली की आलोचना करने के कारण हैं, लेकिन इस तरह की चीजों को होने से रोकने के लिए बहुत सारे सुरक्षित उपाय हैं।’ कंपाउंड गलती सबसे नवीनतम हाइ प्रोफाइल एरर है। यह अक्सर ‘कोड इज लॉ’ मंत्र का उपयोग करके इस बात पर जोर देता है कि कंप्यूटर कोड सिस्टम को नियंत्रित करता है. लेकिन आलोचकों का कहना है कि जब कोड में गलतियां होती हैं, तो यह उपयोगकर्ताओं के लिए परेशानी का सबब बन जाता है।
हाल ही में हुई थी क्रिप्टोकरेंसी के इतिहास की सबसे बड़ी चोरी
हाल ही में क्रिप्टोकरेंसी के इतिहास के सबसे बड़ी चोरी हुई थी जिसमें हैकर्स ने 4,500 करोड़ से अधिक की क्रिप्टोकरेंसी चुरा ली थी। यह चोरी क्रिप्टोकरेंसी ट्रांसफरिंग के लिए जानी जाने वाली एक कंपनी पॉली नेटवर्क (Poly Network) में हुई थी। बाद में पॉली नेटवर्क ने उसी हैकर को अपने यहां नौकरी पर रख लिया है।
PolyNetwork ने कहा था कि वह हैकर्स की काबिलित से खुश है और इसी खुशी में उसे नौकरी दी जा रही है। हैकिंग के एक दिन बाद ही पॉली नेटवर्क ने दावा किया था कि चुराई गई 4,500 करोड़ से अधिक की क्रिप्टोकरेंसी में से हैकर ने करीब 1,930 करोड़ की क्रिप्टोकरेंसी लौटा दी है। पॉली नेटवर्क के मुताबिक 26.9 करोड़ डॉलर की इथेरियम और 8.4 करोड़ डॉलर की पॉलीगॉन नहीं लौटाई गई थी। कंपनी ने इसकी जानकारी एक के बाद एक कई ट्वीट करके दी।
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