नई दिल्ली। दुनिया के कई देशों में क्रिप्टोकरेंसी को रेगुलेशन की तैयारियां शुरू हो चुकी हैं, लेकिन भारत में क्रिप्टोकरेंसी बिल आने के संकेतों के बीच वर्चुअल करेंसी की दुनिया पर संकट के बादल मंडरा रहे हैं। पहले शीतकालीन सत्र में क्रिप्टोकरेंसी बिल पेश होने का अनुमान था, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। अब अटकलें लग रही हैं कि बजट सत्र में क्रिप्टोकरेंसी बिल पेश किया जा सकता है। हालांकि, यह स्पष्ट नहीं है कि सरकार निजी क्रिप्टोकरेंसीज पर बैन लगाएगी या इससे होने वाली कमाई पर टैक्स।
बजट सत्र में बिल पेश होने की उम्मीद
लक्ष्मीकुमारन एंड श्रीधरन अटॉर्नीज के एल बद्री नारायणन कहते हैं कि क्रिप्टो इंडस्ट्री काफी समय से क्रिप्टोकरेंसी बिल का इंतजार कर रही है। पहले उम्मीद थी कि शीतकालीन सत्र में यह बिल पेश कर दिया जाएगा, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। उम्मीद है कि बजट सत्र में यह बिल हर हाल में पेश हो जाएगा, लेकिन यह आशंका भी है कि तमाम दिक्कतों और तकनीकी समस्याओं की वजह से यह इंतजार और भी लंबा हो सकता है।
हालांकि, फाइनल बिल में क्रिप्टोकरेंसी और निजी क्रिप्टो क्वाइन से संबंधित रेगुलराइजेशन पर स्पष्ट जानकारी जरूर होनी चाहिए। क्रिप्टो इंडस्ट्री को उम्मीद है कि इस बजट में सरकार क्रिप्टोकरेंसी से होने वाली आय पर टैक्स को लेकर स्पष्ट निर्देश दे। क्रिप्टोकरेंसी खरीद और बिक्री को सरकार टीडीएस/टीसीएस के दायरे में ला सकती है। इसके अलावा क्रिप्टोकरेंसी की ट्रेडिंग और ब्रोकरेज आदि पर जीएसटी को लेकर स्पष्टीकरण होना चाहिए।
क्रिप्टोकरेंसी टैक्सेशन पर स्पष्ट नियम बनें
वजीरएक्स के सीईओ निश्चल शेट्टी का कहना है कि क्रिप्टोकरेंसी को नियमित करने के अलावा हमें उम्मीद है कि सरकार क्रिप्टो टैक्सेशन को लेकर भी स्पष्ट नियम बनाएगी। कोरोना महामारी की कई लहरों से जूझने के बावजूद देश की अर्थव्यवस्था में सुधार आया है। क्रिप्टोकरेंसी नियामक स्पष्ट होने से क्रिप्टो सेक्टर में उछाल आएगा, जो भारतीय अर्थव्यवस्था को पांच ट्रिलियन बनाने में अहम योगदान देगा।
हमें उम्मीद है कि केंद्रीय बजट में क्रिप्टोकरेंसी को लेकर स्पष्ट निर्देश दिए जाएंगे। अभी क्रिप्टोकरेंसी पर कानून अमल में आने में काफी वक्त लगने का अनुमान है। ऐसे में बजट में क्रिप्टो क्लासिफिकेशन पर कम से कम एक डायरेक्ट लाइन जरूर खोलनी चाहिए। इसकी टैक्सेशन पॉलिसी पर घोषणा जरूर होनी चाहिए। इससे न सिर्फ क्रिप्टो इंडस्ट्री में निवेश बढ़ेगा, बल्कि इस सेक्टर में जॉब के अवसर भी पैदा होंगे।
क्रिप्टो इंडस्ट्री का खिलाड़ी बन सकता है भारत
सहीक्वाइन के को-फाउंडर और सीईओ अमित नायक का कहना है कि भारत में क्रिप्टो इंडस्ट्री ने बेमिसाल तरक्की की है। अगर हम इसे भुनाने में कामयाब हो गए तो क्रिप्टो इंडस्ट्री के मामले में भारत पूरी दुनिया में सबसे आगे होगा। देश में स्टार्टअप प्रोजेक्ट लगातार तरक्की कर रहे हैं, जिनकी मदद से भारत क्रिप्टो मार्केट का बड़ा खिलाड़ी बन सकता है। हमें विश्वास है कि सरकार इस मामले में ठोस कदम उठाएगी, जिससे क्रिप्टोकरेंसी में निवेश बढ़ेगा।
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