कीव/विनित्सिया। रूस-यूक्रेन युद्ध (Russia Ukraine War) में शनिवार को दोनों पक्षों ने एक-दूसरे को जबरदस्त नुकसान पहुंचाया। एक तरफ जहां रूसी बमवर्षक विमानों ने यूक्रेन (Ukraine) के दक्षिणपूर्वी शहर ‘दनिप्रो’ पर क्रूज मिसाइलें दागीं, जिससे 3 की मौत और 15 घायल हो गए। वहीं, यूक्रेनी सेना ने दक्षिणी यूक्रेन में 47 रूसी सैनिकों के साथ आठ हॉवित्जर तोप व कई सैन्य उपकरण नष्ट कर दिए।
रूस का सैन्य अभियान मुख्य रूप से यूक्रेन के पूर्वी क्षेत्र दोनबास पर केंद्रित है लेकिन रूसी सेना कई अन्य यूक्रेनी क्षेत्रों पर भी बमबारी कर रही है। रूस का मकसद यूक्रेनी नेताओं का मनोबल तोड़ना है। यूक्रेनी वायुसेना (Ukrainian Air Force) ने कहा, टीयू-95एमएस बमवर्षक विमानों के जरिये दनिप्रो स्थित एक फैक्टरी पर कई क्रूज मिसाइलों से हमला किया गया। इनमें से चार मिसाइलों को यूक्रेन ने रोका लेकिन अन्य ने काफी बड़े क्षेत्र को तबाह किया। इसमें 3 लोग मारे गए हैं। उधर, यूक्रेनी सेना ने भी इस सप्ताह 47 रूसी सैनिकों को मारने का दावा किया। ऑपरेशनल कमांड साउथ ने कहा, हमारे विमानों पर दुश्मन ने लड़ाकू जेट व हवा से हवा में मारने वाली मिसाइलों से हमला किया, लेकिन यूक्रेन ने उन्हें मुंहतोड़ जवाब दिया है।
रूस के अफसरों ने किया ईरान जाकर ड्रोन निरीक्षण
व्हाइट हाउस का कहना है कि रूसी अधिकारियों ने हाल के सप्ताहों में कम से कम दो बार मध्य ईरान के एक हवाई क्षेत्र का दौरा किया है ताकि हथियारों से लैस ड्रोन का निरीक्षण कर सकें। रूस इन ड्रोनों का इस्तेमाल यूक्रेन युद्ध में करना चाहता है। व्हाइट हाउस के मुताबिक, ईरान ने 8 और 15 जून को काशान एयरफील्ड में रूसी अफसरों के सामने ड्रोन प्रदर्शन किया। प्रशासन ने शहीद-191 और शहीद-129 ड्रोनों की उपग्रह तस्वीरें भी जारी कीं। एनएसए जेक सुलिवन ने कहा, हमारे पास सूचना है कि ईरान सरकार रूस को 100 ड्रोन मुहैया कराने जा रही है।
वार्ता का रास्ता अपनाकर युद्ध खत्म करें : भारत
रूस-यूक्रेन युद्ध पर भारत (India) ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में फिर से चिंता दताते हुए कहा कि दोनों देश कूटनीतिक जरिये से बातचीत करें और युद्ध को जल्द खत्म करने की घोषणा करें। यूएन में भारत के स्थायी मिशन, प्रतीक माथुर ने कहा कि भारत यूक्रेन और रूसी संघ (Russian Federation) के बीच बातचीत के माध्यम से संघर्ष खत्म करने के सभी राजनयिक प्रयासों का समर्थन करता है क्योंकि युद्ध में कई लोगों की जान जा चुकी है। उन्होंने कहा, संयुक्त राष्ट्र में अंदर और बाहर रचनात्मक रूप से काम करना हमारे सामूहिक हित में है।
©2024 Agnibaan , All Rights Reserved