नई दिल्ली । केंद्रीय पेट्रोलियम व प्राकृतिक गैस मंत्री हरदीप पुरी ने बताया कि कोविड और ओपेक देशों की तरफ से उत्पादन में कटौती सहित कई वजहों से कच्चे तेल की अंतरराष्ट्रीय कीमतों में काफी अस्थिरता रही है। पेट्रोल की अंतरराष्ट्रीय कीमतों में भी बढ़ोतरी हुई है।
यह कच्चे तेल की अंतरराष्ट्रीय कीमतें 93 डॉलर प्रति बैरल पहुंच गई हैं, जो सात वर्ष में सबसे अधिक हैं। केंद्रीय मंत्री हरदीप पुरी ने बताया, एक दिसंबर, 2021 से 31 जनवरी, 2022 के दौरान भारत को मिलने वाले कच्चे तेल की कीमतें 16 फीसदी से ज्यादा बढ़कर दिसंबर में 71.32 डॉलर प्रति बैरल से बढ़कर जनवरी में 89.41 डॉलर तक पहुंच गई।
पुरी ने बताया कि कोविड और ओपेक देशों की तरफ से उत्पादन में कटौती सहित कई वजहों से कच्चे तेल की अंतरराष्ट्रीय कीमतों में काफी अस्थिरता रही है। पेट्रोल की अंतरराष्ट्रीय कीमतों में भी बढ़ोतरी हुई है। एक दिसंबर, 2021 को यह 79.55 डॉलर प्रति बैरल से बढ़कर 31 जनवरी 2022 को 102.40 डॉलर प्रति बैरल पहुंच गया। इस दौरान डीजल की कीमत 78.48 डॉलर प्रति बैरल से 104.62 डॉलर प्रति बैरल हो गई है।
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