इंदौर। दो साल बाद अनंत चतुर्दशी का चल समारोह इस बार जबरदस्त भीड़ भरा रहा और शाम 6 बजे से शुरू हुआ झांकियों और अखाड़ों का कारवां अगले दिन सुबह 8 बजे तक जारी रहा। सर्वश्रेष्ठ झांकी का पहला पुरस्कार मालवा मिल, दूसरा राजकुमार मिल, तीसरा हुकुमचंद मिल और विशेष पुरस्कार होप टेक्सटाइल के साथ कल्याण मिल को दिया गया तो अखाड़ों में अलग-अलग वर्गों में चयन किए गए। अब हार बार की तरह तीन दिन तक मिल परिसरों, निगम परिसर सहित खजराना गणेश मंदिर परिसर में ये झांकियां खड़ी रहेंगी और हजारों की संख्या में भीड़ रोजाना इन झांकियों को भी निहारने पहुंचेगी।
पूरे मिल क्षेत्र में तीन दिनों तक मेले जैसा माहौल रहेगा और छोटे दुकानदार, चाट-पकौड़ी व अन्य खाद्य सामग्री बेचने वाले ठेले-गुमटी सहित फुटपाथ पर खिलौने, गुब्बारे सहित अन्य सामग्री बेचने वालों को भी उम्मीद है कि इस बार अच्छी कमाई हो सकेगी, क्योंकि बीते दो सालों से तो झांकियां निकली ही नहीं और मेले-ठेले जैसा माहौल रहा। चूंकि इस बार चल समारोह देखने भी वर्षों बाद अच्छी संख्या में भीड़ उमड़ी, लिहाजा खड़ी झांकियां निहारने भी लोग पहुंचेंगे। इस दौरान पूरे मिल क्षेत्र में भंडारी मिल पुल से लेकर चिमनबाग और उसके बाद निगम परिसर तक छोटी-छोटी अस्थायी दुकानें रहेंगी।
छह मिलों के परिसरों में शाम साढ़े 6 से रात साढ़े 11 बजे तक ये खड़ी झांकियां देखी जा सकेंगी, जो कि आकर्षक झिलमिलाती रोशने से सराबोर भी रहेंगी। स्वदेशी मिल, राजकुमार मिल, हुकुमचंद मिल, मालवा मिल, भंडारी मिल, कल्याण मिल के अलावा नगर निगम ने भी तीन झांकियां निकाली थीं, उसे भी निगम परिसर में खड़ा रखा जाएगा। इसी तरह खजराना गणेश मंदिर की भी तीनों झांकियां मंदिर परिसर में रहेंगी। आज रविवार से लेकर मंगलवार तक तीन दिन खड़ी झांकियां देखने पहुंचेंगे लोग।
सफाई मित्रों ने फिर किया कमाल, तीन घंटे में कर दिया झांकी मार्ग चकाचक
इंदौर निगम साफ-सफाई के मामले में लगातार सफल प्रयोग करता रहा है। इस बार हालांकि गणेश प्रतिमाओं का विसर्जन भी हाइड्रोलिक प्लेटफॉर्म के साथ कन्वेयर बेल्ट की मदद से किया गया। उसकी भी सराहना हो रही है, तो दूसरी तरफ झांकियों और अखाड़ों का जो कारवां निकला, तो उसके बाद कल सुबह निगम के सफाई मित्र मैदान में उतरे और तीन घंटे में ही पूरे झांकी मार्ग से लेकर आसपास की गलियों-मोहल्लों को भी चकाचक कर दिया। यहां तक कि सुबह जब आखिरी झांकी निकल रही थी, तब ही दूसरी तरफ से सफाई मित्रों ने झाड़ू और मशीनें लेकर सफाई अभियान शुरू कर दिया था।
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