इंदौर। चुनावी रैलियों (Election Rallies) से लेकर तमाम भीड़ (Crowds) भरे राजनीतिक (Political), धार्मिक (Religious) और अन्य आयोजन लगातार हो रहे हैं। दूसरी तरफ अचानक मुख्यमंत्री (Chief Minister) ने रात के कर्फ्यू (Curfew) की घोषणा कर दी। 11 से सुबह 5 बजे तक आज रात से ही कर्फ्यू को लागू भी कर दिया। पहले शासन, फिर प्रशासन (Administration) ने इस संबंध में प्रतिबंधात्मक आदेश जारी किए। जनता का सवाल यह है कि दिन में भीड़ भरे आयोजन हो रहे हैं, तो आधी रात के कर्फ्यू (Curfew) लगाने की नौटंकी क्यों की जा रही है..?
कल मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान इंदौर (Chief Minister Shivraj Singh Chauhan) में हैं और उनके आयोजन में भी हजारों की भीड़ अफसरों-नेताओं द्वारा जुटाई जाएगी। सिल्वर ऑक होटल (Silver Oak Hotel) में ही दो हजार आदिवासी बच्चों का कार्यक्रम रखा गया है, तो इंदौर मेट्रो (Indore Metro) का भूमिपूजन, खंडवा रोड (Khandwa Road) सहित अन्य आयोजनों में भी हजारों की भीड़ जुटेगी, जिसमें कोविड प्रोटोकॉल (covid Protocol) का कहीं कोई पालन नजर नहीं आएगा। अभी लगातार इसी तरह के आयोजन हो रहे हैं और मालवा उत्सव (Malwa Utsav) का आयोजन भी कल से 31 दिसम्बर तक किया जा रहा है। हालांकि इस संबंध में सांसद शंकर लालवानी ने सफाई दी कि रात साढ़े 10 बजे तक ही यह आयोजन होगा और कर्फ्यू रात 11 बजे से लागू है। वहीं शादियों (Weddings) से लेकर अन्य आयोजन जिन परिवारों द्वारा किए जा रहे हैं उन मामलों में भी सख्ती नहीं की जाएगी। दरअसल, अभी शादियों के भी कई आयोजन चल रहे हैं और 15 जनवरी के बाद भी काफी मुहूत्र्त हैं। ऐसे में उन परिवारों को चिंता सताने लगी है, क्योंकि ताबड़तोड़ जहां रात्रिकालीन कर्फ्यू (Night Curfew) लागू किया, वहीं कलेक्टर मनीष सिंह (Collector Manish Singh) ने भी बैठक में यह आशंका जताई कि 15 जनवरी के बाद कोरोना बढ़ सकता है और मरीजों की संख्या में भी इजाफा संभव है। अभी क्रिसमस (Christmas) और 31 दिसम्बर के तमाम आयोजनों पर भी पानी फिर गया है और जनता के साथ-साथ कारोबारी परेशान हैं।
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