• img-fluid

    छुट्टियों के कारण महाकाल क्षेत्र में फिर भीड़, होटलें भी बुक

  • May 18, 2024

    • शनिवार से सोमवार तक भस्म आरती में भी जगह नहीं- मंदिर के आसपास की सड़कों पर जाम

    उज्जैन। भगवान महाकालेश्वर के दरबार में गर्मी की छुट्टियां शुरू होते ही भक्तों की भीड़ उमडऩे लगी है। शनिवार, रविवार और सोमवार को छोड़कर शेष दिनों में भी रोजाना एक लाख दर्शनार्थी महाकाल पहुंच रहे है। वहीं आज शनिवार से सोमवार तक भक्तों की संख्या डेढ़ लाख के पार पहुंच रही हैे। इस दौरान भस्मारती की बुकिंग भी फुल चल रही है।


    स्कूलों में छुट्टियां चल रही है और हाल ही में लोकसभा चुनाव भी निपट गये है। इसी के साथ छुट्टियों में महाकाल मंदिर दर्शन करने आने वाले श्रद्धालुओं की संख्या बहुत अधिक हो गई है। महाकाल मंदिर के सहायक प्रशासनिक अधिकारी मूलचंद जूनवाल ने आज सुबह चर्चा में बताया है कि एक दिन पहले शुक्रवार को 1 लाख से अधिक श्रद्धालुओं ने दर्शन किए। वहीं आज शनिवार सुबह से महाकाल में भारी भीड़ लगी हुई थी। सुबह चलित भस्म आरती में 30 हजार श्रद्धालुओं ने दर्शन किए। वहीं दोपहर तक लगभग 50 हजार से अधिक दर्शन करने वालों का आंकड़ा पहुंच चुका था और कल रविवार तथा परसों सोमवार को भी श्रध्दलुओं की संख्या डेढ़ लाख से अधिक रहने का अनुमान है। जबसे गर्मी की छुट्टियां शुरू हुई है तब से सामान्य दिनों में भी महाकाल दर्शन के लिए एक लाख से अधिक भक्त आ रहे है। जबकि शनिवार से सोमवार तक प्रतिदिन डेढ़ लाख से अधिक भक्त दर्शन कर रहे है। उन्होंने बताया कि भस्मारती में भी ऑनलाईन तथा ऑफलाईन बुकिंग फुल चल रही है। उल्लेखनीय है कि ग्रीष्मकालीन अवकाश के चलते महाकाल दर्शन के लिए उ.प्र., राजस्थान, दिल्ली, महाराष्ट्र सहित गुजरात और दक्षिण राज्यों के श्रध्दालु महाकाल दर्शन के लिए अधिक संख्या में आ रहे है।

    Share:

    चुनाव में लगे कर्मचारियों को 73 लाख का हुआ भुगतान

    Sat May 18 , 2024
    मानदेय के साथ नाश्ता और भोजन की राशि भी दी, आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं और सहायिकाओं को अब भी इंतजार उज्जैन। लोकसभा चुनाव में मतदान केंद्रों पर महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले चुनाव के प्रहरियों को उनकी मेहनत का महत्व देने में जिला प्रशासन ने तनिक भी देर नहीं लगाई और जैसे ही मतदान की प्रक्रिया शुरू हुई […]
    सम्बंधित ख़बरें
  • खरी-खरी
    रविवार का राशिफल
    मनोरंजन
    अभी-अभी
    Archives
  • ©2024 Agnibaan , All Rights Reserved