नई दिल्ली। दिल्ली पुलिस (Delhi Police) की स्पेशल सेल की ओर से सात शार्पशूटरों की गिरफ्तारी के बाद राजस्थान पुलिस की एक टीम लॉरेंस बिश्नोई गिरोह (lawrence bishnoi gang) के संभावित ठिकानों की छानबीन करेगी। इन सात शार्पशूटरों में से एक की गिरफतारी हनुमानगढ़ से की गई थी। यही नहीं राजस्थान पुलिस सीमा पार पाकिस्तान से हो रही हथियारों की तस्करी की रिपोर्टों पर भी जांच कर रही है। सूत्रों का कहना है कि लॉरेंस बिश्नोई गैंग समेत अन्य नेटवर्क को पाकिस्तान से अत्याधुनिक हथियार मिल रहे हैं।
व्यापारियों को मिल रही धमकियां
बताया जाता है कि बीकानेर, श्रीगंगानगर और आसपास के इलाकों के कई व्यापारियों को श्रीगंगानगर के पूर्व विधायक राजकुमार गौड़ के भांजे सुनील पहलवान की तरह ही धमकियां मिली हैं। राजस्थान पुलिस की नजर इन मामलों पर भी है। बता दें सुनील पहलवान को पिछले साल अक्टूबर में जान से मारने की धमकी मिली थी। धमकी देने वाले ने फोन पर अपना नाम अनमोल बिश्नोई बताया था।
दिल्ली गई थी राजस्थान की टीम
‘टाइम्स ऑफ इंडिया’ की रिपोर्ट के मुताबिक, यह पता चलने पर कि सात शार्पशूटर सुनील पहलवान की हत्या की साजिश रच रहे थे, इंस्पेक्टर देवेंद्र राठौर की अगुवाई में श्रीगंगानगर पुलिस की टीम को दिल्ली भेजा गया था। श्रीगंगानगर पुलिस को मिली शुरुआती जानकारी के मुताबिक, शूटरों ने हत्या की पूरी योजना बना ली थी। सूत्रों की मानें तो शूटरों ने सुनील पहलवान की दिनचर्या और गतिविधियों के बारे में पूरी डिटेल पता करने के लिए दो अलग-अलग मौकों पर रेकी की थी।
पहलवान पर ऐसे रखी नजर
सुनील पहलवान कब किन रास्तों से गुजरते हैं। उनके साथ सुरक्षा कैसी है। बताया जाता है कि शूटरों ने इन तमाम बातों पर नजर रखी। इतना ही नहीं पहलवान को सटीकता से ट्रैक किया जा सके और सही समय पर हमले को अंजाम दिया जा सके इसके लिए उन्होंने पहलवान की कार पर जीपीएस ट्रैकिंग डिवाइस लगाई थी। इससे शूटरों को रीयल टाइम पहलवान की लोकेशन पर नजर रखने में मदद मिली।
लॉरेंस विश्नोई गिरोह के निशाने पर कई
पहलवान ने पिछले साल 28 अक्टूबर को लॉरेंस बिश्नोई के भाई अनमोल बिश्नोई से धमकियां मिलने के बाद श्रीगंगानगर पुलिस में FIR दर्ज कराई थी। सुनील पहलवान ने अपनी शिकायत में कहा था कि एक अज्ञात कॉलर ने खुद को अनमोल बिश्नोई बताते हुए व्हाट्सएप कॉल के जरिए उनको धमकी दी थी। राजस्थान पुलिस को संदेह है कि केवल सुनील पहलवान ही लॉरेंस विश्नोई गिरोह निशाने पर नहीं थे।
सीमा पार से हथियारों की तस्करी जुड़ रहे तार
इतना ही नहीं श्रीगंगानगर पुलिस सीमा पार से हथियारों की तस्करी की रिपोर्टों पर भी छानबीन कर रही है। सूत्रों का कहना है कि पाकिस्तान से लॉरेंस बिश्नोई गिरोह समेत अन्य नेटवर्क को अत्याधुनिक हथियार मिल रहे हैं। पूर्व विधायक और एनसीपी नेता बाबा सिद्दीकी की हत्या की जांच कर रही मुंबई पुलिस ने हाल ही में भगवंत ओमसिंह और रामफूल कनौजिया को गिरफ्तार किया है। दोनों संदिग्धों ने खुलासा किया कि अपराध में इस्तेमाल किए गए तीन विदेशी हथियार पाकिस्तान से आए थे। इन्हें राजस्थान सीमा के जरिए तस्करी कर लाया गया था।
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