इंदौर। डीआईजी हरिनारायणचारी मिश्र ने बताया कि महू के गुर्जरखेड़ा की देवपुत्र कालोनी के एक बंगले में ऑनलाइन सट्टे के अड्डे पर दबिश दी गई। रैकेट के जुड़े लोकेश उर्फ राजा वर्मा सहित करीब आठ लोगों को जुलाई में पकड़ा गया था। लोकेश फिलहाल जेल में बंद है। हाल ही में आईपीएल का सट्टा खाते कुछ लोग पकड़े गए थे। उन्होंने भी अहम जानकारी दी।
इसके आधार पर सॉफ्टवेयर तैयार करने वाले मनोज मालवीय निवासी इंदौर को पुलिस ने पकड़ा। साथ ही उससे जुड़े अन्य कारोबारियों को पकड़कर जानकारी ली तो उन्होंने कई अहम खुलासे किए। उसके आधार पर विभिन्न को-ऑपरेटिव बैंकों में जमा राशि के बारे में पता लगाया गया। पश्चिम एसपी महेश जैन ने बताया कि गत दिवस एक करोड़ की राशि जब्त की गई और एक करोड़ की राशि सील कर दी गई है। खास बात यह है कि इन कारोबारियों ने बेनामी खाते खुलवा रखे थे, जो दूसरे के नाम पर थे, जिन्हें चला कोई और रहा था। इन बैंक खातों में 10 से 15 करोड़ का ट्रांजेक्शन भी हुआ। कारोबारियों का एक बड़ा ग्रुप है। इन्होंने एक ऐप तैयार कर रखा था, जो रुपए दोगुने-तिगुने करने के लिए अपने काले धन का इस्तेमाल करते थे। महू एएसपी अमित तोलानी, सीएसपी पुनीत गेहलोत और प्रोबेशनर आईपीएस अभिनव विश्वकर्मा की टीम पूरे मामले की गुत्थी सुलझाने में लगी हुई है। रैकेट का पूरा संचालन बैंगलुरु से होना पाया गया है। पुलिस जेल में बंद लोकेश वर्मा को भी लाकर पूछताछ करेगी।
कार सवार युवकों ने पीटा
कनाडिय़ा पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार वैभन नगर एक्सटेंशन में रहने वाले नाबालिग लड़के के साथ मारपीट की गई। लड़के ने मामले में प्रकरण दर्ज करवाते हुए बताया कि उसके घर के सामने कार सड़क किनारे खड़ी करने की बात पर उसका कार चालक मोंटी ठाकुर से विवाद हो गया। विवाद इतना बढ़ा कि मोंटी ने कार में बैठे अपने साथियों के साथ मिलकर उसे पीटना शुरू कर दिया। उसे बचाने के लिए आए माता-पिता के साथ भी आरोपियों ने मारपीट करते हुए मां के मुंह पर डंडा दे मारा, जिससे वह लहूलुहान हो गई।
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