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    MP में बारिश और ओलावृष्टि से फसलें चौपट, मुख्यमंत्री ने दिए सर्वे के निर्देश

  • January 10, 2022

    कहा- किसानों को किया जाएगा राहत राशि का भुगतान

    भोपाल। मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) में बीते तीन दिनों से मौसम बिगड़ा हुआ है। शनिवार की रात भी कई इलाकों में तेज हवाओं के साथ जोरदार बारिश और ओलावृष्टि (rain and hail) हुई, जिससे फसलें पूरी तरह चौपट हो गईं। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (Chief Minister Shivraj Singh Chouhan) ने किसानों को ढांढस बंधाते हुए क्षतिग्रस्त फसलों के सर्वेक्षण (survey of damaged crops) के निर्देश दिये हैं। उन्होंने कहा कि फसल क्षति का आकलन कर किसानों को राहत मुहैया कराई जाएगी।

    प्रदेश के पश्चिमी, मध्य व उत्तर क्षेत्रों में शनिवार को देर रात तेज हवाओं के साथ जमकर बारिश हुई और कई इलाकों में आंवले के बराबर ओले गिरे। जबलपुर, बालाघाट, सिवनी, नरसिंहपुर, कटनी दमोह, सतना, रीवा, शहडोल, अनूपपुर, उमरिया में शनिवार रात बारिश और ओलावृष्टि से फसलों को खासा नुकसान हुआ है। भिंड जिले के दबोह क्षेत्र के बीसनपुरा, मुरावली, दावनी सहित अन्य ग्रामीण क्षेत्रों के साथ ही शिवपुरी, मुरैना, ग्वालियर के अलावा बुंदेलखंड के टीकमगढ़, निवाड़ी एवं छतरपुर जिले में भी ओलावृष्टि के कारण रबी की फसल पूरी तरह से बर्बाद हो गई। खेतों में बर्फ की चादर बिछ गई और अपनी फसलों को बर्बाद होते देखकर अन्नदाता के आंसू निकल आए।


    क्षति का आकलन कर किसानों को दी जाएगी राहत, तत्काल सर्वेक्षण के निर्देश
    मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने रविवार को कहा कि प्रदेश के कुछ जिलों के ग्रामों में हुई असमय वर्षा और ओलावृष्टि से किसानों की फसलों को पहुंचे नुकसान का शीघ्र सर्वे किया जाए। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि जहाँ-जहाँ क्षति हुई है, तत्काल सर्वे कराया जाए। साथ ही क्षति का आकलन कर राहत राशि के भुगतान की व्यवस्था भी की जाए।

    उन्होंने निर्देश दिए कि फसल बीमा योजना का लाभ दिलवाना भी सुनिचित करें। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार संकट की घड़ी में हमेशा किसानों के साथ है। मुख्यमंत्री ने कहा कि अभी जिन किसानों की फसलों का नुकसान हुआ है, वे किसान संकट में हैं, लेकिन उन्हें इस संकट से निकालने का कार्य किया जाएगा। किसानों को चिंतित होने की आवश्यकता नहीं है। मुख्यमंत्री ने रविवार को संबंधित विभागों के वरिष्ठ अधिकारियों और प्रभावित जिले में कलेक्टर्स से चर्चा कर फसलों के संबंध में जानकारी प्राप्त की।

    मुख्यमंत्री के निर्देश के बाद रविवार को ही कलेक्टर समेत विभागीय अधिकारी खेतों में पहुंचे और फसलों का जायजा लेकर संबंधित विभागों को सर्वे करने को कहा। सागर के बीना इलाके में शनिवार रात एक दर्जन से अधिक गांवों में फसलें चौपट हो गईं। ग्वालियर-चंबल अंचल के कई इलाकों में भारी बारिश के साथ ओलावृष्टि हुई, जिससे फसलों को नुकसान पहुंचा। रबी की फसल पूरी तरह से बर्बाद हो गई। छतरपुर के बड़ामलहरा ब्लॉक में ओलावृष्टि और तेज बारिश के कारण करीब आधा सैकड़ा से अधिक गांवों में फसल पूरी बर्बाद हो गई। वहीं, टीकमगढ़ एवं निवाड़ी में भी ओलावृष्टि से फसलें चौपट हो गई।

    चना, मटर, सरसों, अरहर की फसल बर्बाद
    प्रदेश में बीते गुरुवार की रात से रुक-रुककर बारिश हो रही है। शनिवार को भी शाम से लेकर रात 9 बजे तक अलग-अलग स्थानों पर जमकर बारिश और ओलावृष्टि हुई। इससे रबी सीजन की चना, मटर, सरसों, अरहर की फसलों को भारी नुकसान पहुंचा है। पूरे हालातों पर सरकार नजर रखे हुए हैं। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह के अनुसार अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि प्राथमिकता से सर्वे कराकर क्षति का आकलन करें, ताकि किसानों को शीघ्रातिशीघ्र यथोचित सहायता की जाए। (एजेंसी, हि.स.)

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