नई दिल्ली । हमने बचपन से तमाम ऐसी कहावतें सुनी हैं, जिन्हें हम धड़ल्ले से इस्तेमाल भी करते हैं, लेकिन कई बार हम इन कहावतों के पीछे की असल वजह नहीं जानते हैं. कुछ ऐसी ही कहावतों में शामिल है – मगरमच्छ के आंसू (Crocodile Tears) बहाना. आखिर घड़ियाल और मगरमच्छ के आंसू में ऐसे कैसे होते हैं, जो इनका नाम झूठे आंसू बहाने के लिए लिया जाता है? क्या घड़ियाल (alligator) और मगरमच्छ हमेशा ही झूठे आंसू बहाते हैं? आइए इस कहावत के पीछे की वजह जानते हैं.
किसी के आंसुओं को झूठे आंसू बताने के लिए घड़ियाली आंसू कहावत का इस्तेमाल किया जाता है. ऐसे तो हर जीव दुखी होने पर आंखों से आंसू छलकाता है, लेकिन मगरमच्छ और घड़ियाल के आंसू कुछ ज्यादा ही सुर्खियां बटोरे हुए हैं. वैज्ञानिकों ने इसे लेकर रिसर्च भी की है. इस रिसर्च में कुछ बातें सामने आईं, जो इस तथ्य को स्पष्ट करने वाली हैं.
वैज्ञानिकों ने की रिसर्च
वैज्ञानिकों ने इंसान से लेकर जानवरों तक के आंसुओं पर रिसर्च की, उन्हें पता चला कि सभी के आंसुओं में एक जैसे केमिकल पाए जाते हैं. ये टियर डक्ट से बाहर निकलते हैं. एक खास ग्लैंड की वजह से आंसू निकलते हैं और इनमें मिनरल्स और प्रोटीन पाए जाते हैं.
अब जहां तक बात मगरमच्छ के आंसुओं की है, तो साल 2006 में न्यूरोलॉजिस्ट D Malcolm Shaner और ज़ूलॉजिस्ट Kent A Vliet ने अमेरिकन घड़ियालों पर एक रिसर्च की. उन्होंने अमेरिकन घड़ियालों को पानी से दूर सूखी जगह पर खाना दिया, तो उनकी आंखों से खाते समय आंसू निकलने लगे. अमेरिकन घड़ियालों की आंखों से बुलबुले और आंसू की धार निकलने लगी. बायो साइंस में इस स्टडी का रिजल्ट बताते हुए कहा गया कि मगरमच्छ वाकई खाते हुए आंखों से आंसू बहाते हैं, जो किसी भावना की वजह से नहीं होता हैं.
घड़ियाल और मगरमच्छ में अंतर
यहां यह स्पष्ट कर दें कि खाना खाते समय घड़ियाल और मगरमच्छ दोनों ही आंसू बहाते हैं, लेकिन इन दोनों में थोड़ा अंतर होता है. घड़ियाल का मुंह यू के आकार का होता है और जबड़ा चौड़ा होता है. वहीं, मगरमच्छ का मुंह वी शेप का होता है. दिलचस्प बात ये भी है कि मक्खियां मगरमच्छ के आंसुओं को पीने का काम करती हैं, क्योंकि इनमें पर्याप्त प्रोटीन और मिनरल्स पाए जाते हैं. यह भी बताते चलें कि घड़ियाल और मगरमच्छ की भी भावनाएं होती हैं. दुखी होने पर भी घड़ियाल और मगरमच्छ भी आंसू बहाते हैं. बस खाते समय आंखों से बहने वाले लिक्विड ने ही उन्हें बदनाम किया हुआ है.
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