भोपाल। भाजपा सरकार में प्रदेश की कानून और शासन व्यवस्था पूरी तरह चौपट हो गई है। छतरपुर में 4 साल की मृत बच्ची के लिए शव वाहन ना मिलने पर परिजनों को कंधे पर शव लेकर जाना पड़ता है। खरगोन में एंबुलेंस न मिलने से गर्भवती महिला को 3 किलोमीटर चारपाई पर रखकर पैदल ले जाना पड़ता है और उसकी मृत्यु हो जाती है। बैरसिया में 12 साल की बच्ची का अमानवीय तरीके से अपहरण किया जाता है और बेरहमी से यातनाएं दी जाती हैं। ये कभी-कभार घटने वाली इक्का-दुक्का घटनायें नहीं हैं, ऐसी घटनाएं प्रदेश में आम बात हो चुकी हैं। पूर्व मुख्यमंत्री एवं मध्य प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष कमलनाथ ने कही।
कमलनाथ ने कहा कि शिवराज सरकार में महिलाओं और बच्चों पर अत्याचार के मामलों में प्रदेश की स्थिति देश में वर्षों से सबसे खराब बनी हुई है। प्रदेश महिला और बाल अत्याचार में हमेशा से उच्च पायदानों पर रहता है। उन्होंने कहा कि प्रदेश की ध्वस्त कानून-व्यवस्था, बेलगाम अपराधों और प्रशासनिक लापरवाहियों के लिए सिर्फ घटना विशेष पर कार्यवाही करने से प्रदेश के हालात नहीं बदल सकते। जब प्रदेश सरकार का ध्यान अपराधों के नियंत्रण पर ना हो और अपराधियों को समय-समय पर सत्ताधारी दल का समर्थन मिलता रहे तो अपराधियों के भीतर से शासन तंत्र का भय खत्म हो जाता है और अपराध व्यापक तौर पर बढ़ते जाते हैं। शांति का टापू हमारा मध्यप्रदेश आज उसी स्थिति में पहुच गया है। कमलनाथ ने कहा कि शिवराज जी का पूरा ध्यान प्रदेश की जनता को भ्रमित करना, रोज नए इवेंट और उसका झूठा प्रचार-प्रसार करने में ही रहता है।