उफनते अपराधों पर दूसरी पारी में भी डीआईजी ने लगाई जबरदस्त लगाम, एएसपी क्राइम हर उम्मीद पर खरे उतरे
इंदौर। लाकडाउन के दौरान शहर की दूसरी बार कमान संभालने वाले डीआईजी हरिनायणाचारी मिश्र से जब सवाल किया गया कि लाकडाउन में लॉ-एंड आर्डर उनके लिए चुनौती होगी, तब उनका जबाव था कि यह चुनौती नही सेवा का मौका है, चुनौती तो लॉकडाउन खुलने के बाद शुरु होगी। हुआ भी ऐसा ही ताबड़तौड़ डकैतियां और लूट की वारदाते होने लगी, लेकिन डीआईजी ने अपनी दूसरी पारी में वैसे ही जलवा दिखाया, जैसे उन्होंने पहली पारी में गुंडों के घरों को तोड़कर दिखाया था। अपराधियों की धरपकड़ में पुलिस के क्राइम ब्रांच की भूमिका भी अहम होती है, क्राइम ब्रांच के नए एएसपी राजेंश दंडोतिया ने भी इस चुनौती का मुकम्मल जवाब देते हुए न केवल एक के बाद एक फरार माफियाओं को पकड़ा बल्कि अनलॉक इंदौर में धड़ाधड़ हुई वारदातों के आरोपियों को पकड़कर लोगों का विश्वासभी लौटाया।
अभी सबसे बड़ी चुनौती इस बात को लेकर है कि लाकडाउन के बाद लुटे रोजगार-कारोबार और छिन चुकी नौकरियों के कारण जहां अपराधी तो मुखर होंगे ही वहीं बेहाल और बदहाल हुए वो लोग भी अपराध की दुनिया में प्रवेश कर सकते हैं। जिन्होंने कभी अपराध नहीं किया। इस बात का भी प्रमाण तब मिला जब इंदौर में एक बैंक डकैती के साथ ही कई घरों में लुटपाट हुई। पुलिस इस बात को लेकर पहले से तैयार थी कि अपराध बढ़ेंगे लेकिन अपराधी और गुंडों को सबक सिखाकर ही उस पर नियंत्रण पाया जा सकता है इसलिए शहर में हुई घटनाओ में ताबड़तोड़ अपराधियों को पकड़कर लोगों को विश्वास दिलाया गया कि इंदौर की धरती को अपराध की धरती नहीं बननें देंगे। लाकडाउन खुलते ही शहर के जूनी इंदौर थाना क्षेत्र में हुई हत्या से वारदातों की शुरुआत हुई, इसके बाद उषा नगर में कपड़ा व्यापारी लोकेश चौपड़ा के यहां दिनदहाड़े डैकती की सनसनीखेज वारदात हुई, पुलिस इसकी जांच कर ही रही थी कि परदेशीपुरा में एक्सिस बैंक डकैती हो गई। दोनों ही मामलों को डीआईजी ने गंभीरता से लिया और क्राइम ब्रांच के एएसपी दंडोतिया की टीमें लगाई। जिसके चलते एक ही दिन में दोनों वारदातों से पर्दा उठ गया। हत्याकांड की गुत्थी भी सुलझाकर आरोपियों को पकड़ लिया।
सवा लाख के इनामी आरोपी सहित भूमाफियाओं और अपराधियों को पकडऩे का रिकार्ड बना
क्राइम ब्रांच की वर्तमान टीम के नाम सबसे ज्यादा फरार भू-माफियाओं और अपराधियों को पकडऩे का रिकार्ड दर्ज हो चुका है। क्राइम ब्रांच ने फरवरी से लेकर अभी तक सवा लाख के ईनामी सीतू सोनी, उसके भाई महेंद्र सोनी, फरार भू-माफिया में बाबी छाबड़ा उसके भाई सतबीर, हैप्पी धवन, भू-माफिया अरूण डागरिया, नकली नोट बनाने के मामले के इनामी आरोपी रमजान मंसूर निवासी बड़वानी, रितेश उर्फ चम्पू अजमेरा, संदीप रमानी, साजिद चंदनवाला, युवराज उस्ताद चोरी और नकबजनी की वारादतों में शामिल कई मोबाइल लुटेरो, चोरी के मोबाइल खरीदने वाले दुकानदारों के अलावा एडवायजरी कंपनी के माध्यम से धोखाधड़ी करने वालों को पकड़ा। क्राइम ब्रांच ने कई वाहन चोर गैंग को पकड़कर चोरी के वाहन जप्त किए।
इन हत्याकांडों का खुलासा किया…
क्राइम ब्रांच की टीम ने सिमरोल क्षेत्र स्थित बायग्राम में मिली प्रमोद उर्फ कमलाकर मातकर की हत्या के मामले के मामले का खुलासा करते हुए भाजपा नेता हेमंत नेमा उसके बेटे प्यूस, नौकर जगदीश को गिरफ्त में लिया। यह हत्याकांड इस साल के चर्चित हत्याकांड में एक था, इसके अलावा शिप्रा में शराब दुकान के सेल्समेन रुपेश चौधरी की हत्या का भी खुलासा किया।
वारदात से पहले भी दिखाई सक्रियता…
इंदौर क्राइम ब्रांच के सूचना तंत्र की वजह से शहर में कई वारदाते टली है। मार्च में पुलिस ने मल्हारगंज क्षेत्र से डकैती की योजना बनाते हुए 5 बदमाशों को पकड़ा था, जिनसे पूछताछ में खुलासा हुआ कि वे चर्चित पापड़ ब्रांड 420 के मालिक के यहां डकैती डालने वाले थे। लसूडिय़ा में हथियार लेकर डकैती की योजना बनाते कुछ बमदाशों को पकड़ा। जिससे एक बड़ी वारदात टल गई।
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