इन्दौर। नशे का कारोबार (drug trade) शहर में किस तरह से फैल चुका है, इसका प्रमाण इस साल क्राइम ब्रांच (crime branch) द्वारा पकड़े गए ड्रग्स (drug) के मामले हैं। 5 माह में क्राइम ब्रांच ने 65 तस्करों (65 drug smugglers) को गिरफ्तार (Arrested) किया है, जबकि माह के दस दिन अभी शेष हैं।
पहले शहर में कुछ क्षेत्रों में नशे का कारोबार होता था, लेकिन अब लगभग पूरे शहर में यह फैल चुका है। हर क्षेत्र में पुलिस ड्रग्स तस्करों और पैडलरों को पकड़ रही है। क्राइम ब्रांच की बात करें तो वह लगातार इनके खिलाफ कार्रवाई कर रही है। कई तस्करों पर रासुका की कार्रवाई तक की जा चुकी है तो सौ से अधिक पैडलरों का पुलिस ने डोजियर भरवाया है। इसका फायदा पुलिस को मिल रहा है। इस साल क्राइम ब्रांच 10 मई तक ड्रग्स के 45 केस पकड़ चुकी है, जिनमें 65 तस्कर पकड़े गए हैं। इनसे क्राइम ब्रांच 150 ग्राम से अधिक एमडी ड्रग्स, 7 किलो से अधिक ब्राउन शुगर, 341 किलो गांजा, 95 ग्राम कोकिन, दो किलो अफीम और सौ ग्राम चरस जब्त की है। इससे पता चलता है कि हर तरह का नशा शहर में आ रहा है। यह आंकड़ा केवल क्राइम ब्रांच का है, जबकि लगभग इससे आधे मामले स्थानीय पुलिस भी पकड़ चुकी है।
कश्मीर, मणिपुर, दिल्ली, मुंबई और राजस्थान से आ रहा नशा
शहर में कुछ सालों से देखने में आ रहा है कि एमडी ड्रग्स दिल्ली और मुंबई के नाईजीरियन सप्लाई कर रहे हैं तो ब्राउन शुगर राजस्थान के बॉर्डर के गांवों से यहां आ रही है। इसके अलावा काला गांजा ओडिशा और छत्तीसगढ़ से इंदौर आ रहा है। कई बार पुलिस कंटेनर पकड़ चुकी है। वहीं कुछ समय पहले नारकोटिक्स विंग ने मणिपुर से आई 80 किलो चरस जब्त की थी। दो दिन पहले नारकोटिक्स विंग ने कश्मीर से आई ड्रग्स पकड़ी थी। ट्रक चालक को बठिंडा (पंजाब) में पकड़ा गया है। इसके अलावा इंदौर के आसपास के जिलों धार, झाबुआ, खरगोन और देवास से भी बड़ी मात्रा में गांजा शहर में आ रहा है। इस धंधे में महिलाएं भी लगातार पकड़ी जा रही हैं। पीछले साल एक दर्जन महिला तस्कर पकड़ी गई थीं। एक पर तो रासुका की कार्रवाई तक की गई थी।
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