उज्जैन। नगर निगम की सुस्ती के कारण चक्रतीर्थ शमशान घाट पर अंतिम संस्कार के लिए बनाए गए सीमेंट के चबूतरे टूट फूट रहे हैं। दरअसल कई सालों से इनकी मरम्मत नहीं हुई है और चबूतरों पर इतने शवों का अंतिम संस्कार हो चुका है कि वे जर्जर होकर टूटने-फूटने लगे है।
चकराती शमशान घाट पर शब्दों के अंतिम संस्कार के लिए सीमेंट के कई चबूतरे बने हुए हैं। वर्षों से इनकी मरम्मत नहीं हुई है जिसके कारण इन चबूतरों पर अंतिम संस्कार के लिए जमाई गई लकडिय़ां बार-बार गिरने लगी है, लिहाजा परिजनों को काफी परेशान हो रहे है, लेकिन अब तक निगम अफसरों ने न तो इस ओर ध्यान दिया है और न ही चक्रतीर्थ पर व्यवस्थाओं की सुध ली है। यहां आने वाले लोगों का कहना है कि उनके द्वारा कई बार इस विषय में निगम प्रशासन को मौखिक तथा लिखित रूप से शिकायत की जा चुकी हैं। लेकिन स्थिति जस के तस बनी हुई है। चक्रतीर्थ में बने शवदाह के चबूतरों की लंबे समय से मरम्मत नहीं हुई है। जिसके चलते यहां बने चबूतरे कई स्थानों से टूटने फूटने लगे हैं। कुछ चबूतरों पर ऊपर टीनशेड तक नहीं है। जिससे गर्मी या बरसात के समय में दाह संस्कार में दिक्कत होती है। वहीं लोगों को शौचालय को लेकर भी परेशानी हो रही है। कोरोना काल में भी चबूतरों की यही हालत थी।