मुंबई। आईपीओ लाने की तैयारियों में जुटी भारतीय जीवन बीमा निगम (LIC) कारोबारी सुधारों के बाद निजी कंपनियों के लिए नई चुनौती खड़ी कर सकती है। ब्रोकरेज फर्म क्रेडिट सुइस का कहना है कि एलआईसी अब नॉन पार्टिसिपेटिंग पॉलिसियों में भी काम बढ़ाएगी।
एलआईसी ने अपने सरप्लस व लाभांश वितरण नियमों में सुधार किए थे। इससे एलआईसी ने अपने मार्जिन में भी 700 आधार अंकों का सुधार किया, जो अब 9.9 फीसदी हो चुका है। इसके 20 फीसदी तक बढ़ने की उम्मीद है।
कारोबारी बदलाव से सबसे ज्यादा मुश्किलें एसबीआई लाइफ, आईसीआईसीआई प्रूडेंशियल, एचडीएफसी लाइफ व मैक्स लाइफ के लिए आएंगी। नए संशोधन से एलआईसी पार्टिसिपेटिंग पॉलिसी में 4 से बढ़ाकर 10 फीसदी कारोबार नॉन पार्टिसिपेटिंग पॉलिसी में शिफ्ट कर सकती है।
क्या हैं इसके मायने
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