केयर सीएचएल हॉस्पिटल ने 18 वर्ष में नि: शुल्क सर्जरी कर
इंदौर। जन्म के समय कटे-फटे होंठ और तालू की विकृति को दूर करने का बीड़ा लगभग 18 वर्ष से उठाते हुए केयर सीएचएल अस्पताल (Care CHL Hospital) ने इन वर्षों में 10 हजार बच्चों के विकृत चेहरे को नि:शुल्क सर्जरी कर सुंदर बनाने का कीर्तिमान बनाया है।
देशभर में प्रतिवर्ष करीब 35 हजार बच्चे कटे-फटे होंठ और तालू के साथ विकृत चेहरे को लेकर जन्म लेते हैं। इन बच्चों के जन्म के समय माता-पिता के चेहरे पर भी दर्द और मायूसी के साथ ही चिंता की लकीरें खिंच जाती हंै। चिंतित माता-पिता की समस्या का हल निकालने के लिए केयर सीएचएल अस्पताल ने 2006 में कटे-फटे होंठ और तालू से ग्रस्त बच्चों की नि:शुल्क सर्जरी डॉ. जयदीप चौहान (Dr. Jaideep Chauhan) और अमेरिका (America) की संस्था ‘द स्माइल ट्रेन’ के साथ शुरू की थी। ‘द स्माइल ट्रेन’ के सहयोग से नि:शुल्क सर्जरी का सिलसिला दिसंबर 2006 से शुरू हुआ, जो निरंतर जारी है और हाल ही में फरवरी माह में 10 हजार बच्चों के चेहरे पर मुस्कान लौटाने का दृढ़ संकल्प पूरा हुआ है, जो आगे भी जारी रहेगा। बच्चों के चेहरे पर मुस्कान लौटाने के कीर्तिमान में डॉ. जयदीप चौहान के साथ डॉ. सर्वप्रिया शर्मा, डॉ. मनीष जैन, डॉ. मीनू चड्डा, डॉ. शैलेंद्र वास्केल, डॉ. अमित चौरसिया और डॉ. यश मेहता का योगदान भी महत्वपूर्ण रहा है। अमेरिकी संस्था द स्माइल ट्रेन द्वारा प्रमाणित डॉ. जयदीप अपने उत्कृष्ट कार्यों के लिए ग्लोबल लीडर 2015 के अवॉर्ड से भी सम्मानित हैं। इसके अतिरिक्त उनके द्वारा स्माइल ट्रेन संस्था पर तैयार की गई डॉक्यूमेंट्री को भी अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सराहा गया है।
नि:शुल्क सर्जरी का पड़ोसी देशों के बच्चों को भी मिला लाभ
कटे-फटे होंठ और तालू के साथ जन्मे बच्चों के माता-पिता की चिंता को दूर करने वाली नि:शुल्क सर्जरी के दौरान बच्चे के इलाज के साथ ही परिजनों को ठहरने और खाने-पीने की सुविधा भी नि:शुल्क दी जाती है। 10 हजार बच्चों की सर्जरी का रिकार्ड बनाने वाले डॉ. चौहान के अनुसार वे भारत के अलावा म्यांमार और पड़ोसी देशों सहित देश के सभी राज्यों के दूरस्थ क्षेत्रों में भी कई नि:शुल्क एवं सफल ऑपरेशन कर चुके हैं और इस विकृति के साथ जन्मे बच्चों के जीवन को निरंतर सुंदर बना रहे हैं। पाकिस्तान के बच्चे के चेहरे पर भी स्पेशल मेडिकल वीजा के माध्यम से डॉ. चौहान मुस्कान ला चुके हैं।
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