इंदौर। पिछले कुछ समय से हार्ट अटैक के मामलों में लगातार वृद्धि देखी जा रही है. कुछ लोगों को जिम करने के दौरान भी हार्ट अटैक आ जा रहा है तो किसी को नाचते नाचते, हाल ही में मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में एक पुलिसकर्मी को हार्ट अटैक आया था. जिसकी जान सीपीआर से बचाई गई. इसके पहले भी ग्लालियर में एक महिला पुलिसकर्मी ने सीपीआर देकर जान बचाई थी. हार्ट अटैक के बढ़ते मामले को देखते हुए मध्य प्रदेश पुलिस ने एक नया अभियान शुरू किया है. जिसमें पुलिस के अधिकारियों और कर्मचारियों को सीपीआर की ट्रेनिंग दी जा रही है. जिससे अचनाक हार्ट अटैक की स्थिति में पुलिसकर्मी लोगों की जान बचा सकेंगे. इसी कड़ी में इंदौर के बाणगंगा थाने में भी पुलिसकर्मियों को सीपीआर की ट्रेनिंग दी गई। इस कार्कयक्रम में श्री अरबिंदो अस्पताल एवम मेडिकल कॉलेज,इंदौर के विषेशज्ञ डॉक्टर सुबोध चतुर्वेदी, डॉक्टर सोमेश माहेश्वरी, महाप्रबंधक राजीव सिंह, प्रबंधक नीरज सेन और स्टाफ कृष्णपाल यादव शामिल हुए।
पुलिसकर्मियों को दिया जा रहा प्रशिक्षण
आए दिन हार्ट अटैक के मामले कम होने के नाम नहीं ले रहे हैं. विशेषज्ञों की मानें तो सीपीआर से हार्ट अटैक के मामले में जान बचने की संभावना दोगुनी हो जाती है। ऐसे में इसको देखते हुए अब मध्य प्रदेश पुलिस के अधिकारियों और कर्मचारियों को ट्रेंड किया जा रहा है और CPR की ट्रेनिंग दी जा रही है. ताकि पुलिसकर्मी आपातकाल में हार्ट अटैक के मरीज की जान बना सकेंगे. इस कार्यक्रम में थाने में कार्यरत संपूर्ण पुलिस बल के जवानों ने हिस्सा लिया और नकली पुतले पर डॉक्टरों द्वारा बताई गई CPR टैक्निक को आजमाकर प्रशिक्षण प्राप्त किया। प्रशिक्षण समाप्त होने के बाद इंदौर की प्रथम जीवन रक्षक प्रणाली से सुसज्जित एडवांस कार्डियक एंबुलेंस से जवानों को अवगत कराया गया। इस मौके पर थाना प्रभारी श्री राजेंद्र सोनी जी, उप निरीक्षक स्वराज डाबी जी, जगदीश मालवीय जी ने आभार माना।
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