नई दिल्ली (New Dehli)। आगामी लोकसभा चुनाव (upcoming lok sabha elections)से पहले आम आदमी पार्टी और समाजवादी पार्टी के साथ सीट-बंटवारे (seat-sharing with)के समझौते के बाद कांग्रेस के नेतृत्व वाले इंडिया खेमे में उत्साह (Excitement in India camp)का माहौल सोमवार को फींका पड़ गया। दरअसल भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (CPI) ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी के संसदीय क्षेत्र वायनाड से पार्टी की वरिष्ठ नेता एनी राजा को मैदान में उतारने का फैसला किया है।
वैसे बता दें कि केरल में कांग्रेस और वाम दलों के बीच गठबंधन न हो पाने के कयास पहले ही लगते रहे हैं। दोनों का कहना है कि किसी भी “समझौते” से राज्य में भाजपा को फायदा होगा। अब सीपीआई ने पार्टी महासचिव डी राजा की पत्नी एनी राजा को राहुल गांधी की सीट से उतारने का एकतरफा फैसला कर लिया है।
इस बीच, नई दिल्ली में एनी राजा ने संवाददाताओं से कहा कि भाकपा अपने हालिया अधिवेशन में लिये गए निर्णय के अनुरूप आगे बढ़ रही है, जिसमें देश को बचाने के लिए वामपंथी, धर्मनिरपेक्ष और लोकतांत्रिक ताकतों से एकजुट होने का आह्वान किया गया था। उन्होंने कहा कि पार्टी को उम्मीद है कि समान विचारधारा वाली अन्य पार्टियां भी इसी तर्ज पर सोचेंगी और कार्य करेंगी।
यह पूछे जाने पर कि क्या राहुल गांधी अपनी मौजूदा सीट वायनाड पर उनके खिलाफ चुनाव लड़ेंगे, राजा ने कहा कि प्रत्येक पार्टी का निर्णय उसका विशेषाधिकार है और वह अटकलों के आधार पर कुछ भी टिप्पणी नहीं कर सकतीं। कांग्रेस ने अभी तक इस सीट पर अपने उम्मीदवार की घोषणा नहीं की है। राजा ने कहा, ‘‘मैं केवल अपनी पार्टी से संबंधित मामलों पर टिप्पणी कर सकती हूं। फासीवाद से लड़ने के लिए किस निर्वाचन क्षेत्र में किस नेता को चुनाव मैदान में उतारना है, इस बारे में कांग्रेस पार्टी को निर्णय लेना है।’’ वायनाड के अलावा, त्रिशूर और तिरुवनंतपुरम सीट पर भी प्रतिद्वंद्वी उम्मीदवारों के बीच कड़ी टक्कर देखने को मिल सकती है।
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