नई दिल्ली। केंद्रीय औषधि मानक नियंत्रण संगठन (CDSCO) की विषय विशेषज्ञ समिति (SEC) ने कोविड रोधी टीकों कोविशील्ड (Covishield) और कोवैक्सीन (Covaxin ) को खुले बाजार में बेचने की सिफारिश की है। मतलब वैक्सीन को बिना किसी शर्त के उपयोग किया जा सकेगा.अभी देश में इन टीकों के आपात इस्तेमाल की मंजूरी है।
सीडीएससीओ की कोविड -19 पर बनी विषय विशेषज्ञ समिति ने बुधवार को दूसरी बार सीरम इंस्टीट्यूट और भारत बायोटेक की अर्जी की समीक्षा की, जिसके बाद कुछ शर्तों के साथ कोविशील्ड और कोवैक्सिन को बाजार में बेचने की मंजूरी देने की सिफारिश की है. अब भारत के औषधि महानियंत्रक (डीसीजीआई) सिफारिश का मूल्यांकन करेंगे और अपना फैसला देंगे।
अब सवाल यह है कि वैक्सीन को बाजार में कैसे बेचा जाएगा, इस पर बोलते हुए एक सूत्र ने बताया कि CoWin पर रजिस्ट्रेशन कराने के बाद क्लीनिक और अस्पतालों में आसानी से वैक्सीन उपलब्ध हो जाएगी. बेचते समय अस्पताल प्रशासन को खरीदने वाले की CoWin पर पूरी डिटेल दर्ज करनी होगी।
फार्मा कंपनियों सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया (SII) और भारत बायोटेक ने ड्रग्स कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया (DCGI) से अपने कोविड रोधी टीकों क्रमश: कोविशील्ड और कोवैक्सिन को खुले बाजार में बेचने की दरख्वास्त की थी।
सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया (SII) में सरकार और नियामक मामलों के निदेशक प्रकाश कुमार सिंह ने 25 अक्टूबर को ड्रग कंट्रोलर जनरल आफ इंडिया (DCGI) को एक को एक अर्जी दी थी. जिस पर डीसीजीआई ने पुणे स्थित कंपनी से अधिक डेटा और दस्तावेज मांगे थे, जिसके बाद सिंह ने हाल ही में सभी दस्तावेज मय डेटा के पेश किए थे।
गौरतलब है कि देश दुनिया में कोरोना वायरस के नए वैरिएंट ओमिक्रॉन के मामले बड़ी तेजी के साथ बढ़ रहे हैं. भारत में ओमिक्रॉन से संक्रमितों की संख्या (Omicron cases in india) 8500 के पार हो चुकी है. तेजी से बढ़ते मामले बताते हैं कि नया वैरिएंट कितना संक्रामक और खतरनाक है, इसलिए इससे बचाव करना जरूरी हो जाता है।
©2024 Agnibaan , All Rights Reserved