भोपाल। कोरोना संक्रमण (Corona infection) के बीच चिकित्सीय सुविधाएं बढ़ाने की दिशा में तेजी से किए जा रहे प्रयास सार्थक हो रहे हैं। दो दिन पहले रीवा में दो दिन में ऑक्सीजन प्लांट (Oxygen plant) तैयार किया गया था। अब जबलपुर के नेताजी सुभाष चंद्र बोस मेडिकल कॉलेज चिकित्सालय (Netaji Subhash Chandra Bose Medical College Hospital) में ऐसा कोविड-19 वार्ड (Covid-19 Ward) तैयार किया जा रहा है। जो खुद ऑक्सीजन (Oxygen) तैयार करेगा और मरीजों की जान बचाएगी। साथ ही जरूरत पडऩे पर वार्ड को दूसरी ऐसी जगह शिफ्ट किया जा सकेगा जहां बिजली और पानी की सुविधा है। इनफ्लैटेबल स्ट्रक्चर मैटेरियल (Inflatable structure material) का उपयोग कर बनाए जा रहे इस वार्ड की लागत 89 लाख रुपए बताईगई है।
प्रदेश में यह पहला कोविड वार्ड है। जिसमें सभी तरह की सुविधाएं हैं। प्रयोग के तौर पर इसे जबलपुर में तैयार किया गया है। यदि यह प्रयोग सफल रहा तो अन्य जिलों में इस तरह के कोविड वार्ड बनेंगे। इस वार्ड में भर्ती मरीजों के लिए ऑक्सीजन हेतु परेशान नहीं होना पड़ेगा। ऑक्सीजन की एयर सेपरेशन यूनिट की सुविधा इसमें शामिल है। जहां आगामी तीन-चार दिनों में कोरोना के मरीज भर्ती किए जा सकेंगे। 20 बिस्तरीय वार्ड में मरीज की प्रत्येक सुविधा का ध्यान रखा गया है। ऑक्सीजन, हाईफ्लो ऑक्सीजन, वेंटिलेटर समेत तमाम सुविधा मरीज को दी जा सकेगी। पूरी तरह से वातानुकूलित वार्ड में पीटी, पीआरओ, ऑक्सीमैक्स, ऑक्सीजन और सक्शन लाइन के साथ साइड लाकर, ड्रिप सेट और हाई कार्डिक टेबल दिया गया है। 3 सीटर टॉयलेट और दो वॉशरूम भी इस आधुनिक तरह के कोविड-19 वार्ड में मरीजों की सुविधा के लिए उपलब्ध रहेंगे।
गांवों को मिलेगी बड़ी राहत
नेताजी सुभाष चंद्र बोस मेडिकल कॉलेज अस्पताल के डीन डॉ प्रदीप कसार ने बताया कि आधुनिक वार्ड में कोरोना के गंभीर से गंभीर मरीजों को भी भर्ती किया जा सकेगा। यदि किसी ग्रामीण अंचल में कोरोना महामारी का खतरा बढ़ता है, तो वहां 2-3 दिन के भीतर इस आधुनिक वार्ड को तैयार किया जा सकेगा। मेडिकल के स्कूल ऑफ एक्सीलेंस इन पलमोनरी मेडिसिन भवन के पार्किंग में वार्ड का निर्माण कार्य प्रारंभ कर दिया गया है।
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