नई दिल्ली। कोरोना वायरस (Corona virus) के खिलाफ बूस्टर डोज (Booster Dose) के लिए केंद्र सरकार पुणे स्थित जेनोवा बायो फार्मास्युटिकल्स लिमिटेड (Genova Bio Pharmaceuticals Ltd.) से उसके mRNA वैक्सीन को लेकर बातचीत कर रही है। पुणे स्थित दवा निर्माता एमक्योर की एक सहायक, जेनोवा की आरएनए या एमआरएनए वैक्सीन अपने परीक्षण के दौर से गुजर रही है जहां इसने चरण 2 के अध्ययन को पूरा कर लिया है और तीसरे चरण में अच्छी प्रगति की है।
स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय के एक वरिष्ठ सरकारी अधिकारी ने बताया, “अगले साल जनवरी के अंत तक, कंपनी वैक्सीन का परीक्षण पूरा करने और भारत के ड्रग कंट्रोलर जनरल (डीसीजीआई) से आपातकालीन उपयोग की मंजूरी के लिए आवेदन करने की उम्मीद कर रही है।” एमआरएनए संक्रामक रोगों के बचाने के नए प्रकार के टीके हैं। ये टीके हमारी कोशिकाओं को सिखाते हैं कि प्रोटीन कैसे बनाया जाता है, जो हमारे शरीर के अंदर एक प्रतिरक्षा प्रतिक्रिया को सक्रिय करता है।
‘डीसीजीआई के साथ बूस्टर खुराक पर चर्चा शुरू’
उन्होंने कहा कि कंपनी की योजना है कि जैसे ही वे चल रहे परीक्षणों को खत्म करेंगे, बूस्टर खुराक और बच्चों के बीच उपयोग के लिए उसकी टेस्टिंग शुरू कर दी जाएगी। उन्होंने कहा, “बूस्टर खुराक पर चर्चा डीसीजीआई के साथ शुरू हो चुकी है। हमने संकेत दिया है कि वे जल्द ही बूस्टर पर परीक्षण शुरू कर सकते हैं…”
‘बूस्टर डोज के लिए सबसे अच्छा माना जाता है mRNA वैक्सीन’
बूस्टर डोज के लिए mRNA वैक्सीन के बारे में जानकारी देने वाले अधिकारी ने कहा, “यह टीका भारत के लिए एक बड़ा मौका हो सकता है क्योंकि वैश्विक अध्ययनों से पता चलता है कि एमआरएनए अच्छे बूस्टर के रूप में काम करता है।”
©2024 Agnibaan , All Rights Reserved