नई दिल्ली। भारत बायोटेक के प्रेसीडेंट (क्वॉलिटी ऑपरेशंस) साई डी. प्रसाद ने बताया है कि भारत की पहली कोविड-19 वैक्सीन प्रतिभागी Covaxin की प्रभाविता का बेंचमार्क 60% है और इसके परिणाम अप्रैल-मई 2021 तक मिल जाएंगे। बकौल प्रसाद, “डब्ल्यूएचओ, यूएसएफडीए और भारत की सीडीएससीओ भी किसी वैक्सीन को 50% प्रभाविता पर ही अनुमति देती है…Covaxin के लिए हमारा लक्ष्य कम-से-कम 60% है।” Covaxin जून तक मिलने की उम्मीद है।
दुनियाभर में कोरोना वैक्सीन के निर्माण की रेस तेज हो गई है। रूस, अमेरिका और चीन जैसे देशों के बाद अब भारत में भी एक वैक्सीन के तीसरे फेज के ट्रायल को मंजूरी मिल चुकी है। यह वैक्सीन है भारत बायोटेक की Covaxin, जिसे इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च का समर्थन हासिल है। अब भारत बायोटेक ने कहा है कि ह्यूमन ट्रायल्स की स्टेज पार करने के बाद Covaxin जून 2021 तक तैयार हो जाएगी। हालांकि, कंपनी के एक उच्चाधिकारी ने कहा कि अगर सरकार इसके आपात इस्तेमाल की मंजूरी देता है, तो यह पहले भी बाजार में आ सकती है।
हैदराबाद आधारित भारत बायोटेक इंटरनेशनल के एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर साई प्रसाद ने बताया कि कंपनी तीसरे फेज में 12-14 राज्यों में 20 हजार से ज्यादा लोगों पर Covaxin टेस्ट करने की योजना बना रही है। अगर हमें सभी मंजूरियां समय पर मिल गईं, तो 2021 की दूसरी तिमाही में तीसरे फेज के ट्रायल के नतीजे मिल जाएंगे, जिसमें वैक्सीन की क्षमता का अंदाजा होगा। यानी अप्रैल, मई और जून तक वैक्सीन के क्लिनिकल ट्रायल के नतीजों के बारे में पूरी तरह पता चल जाएगा।
भारत बायोटेक Covaxin को आईसीएमआर और नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ वायरोलॉजी के साथ मिलकर विकसित कर रहा है। यह वैक्सीन निष्क्रिय वायरस के इस्तेमाल से बनाई जा रही है। माना जा रहा है कि कोरोनावायरस का यह रूप शरीर में पहले ही प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ा देगा, जिससे कोरोनावायरस का एक्टिवेटेड रूप भी लोगों पर असर नहीं डाल पाएगा।
भारत बायोटेक की Covaxin अब देश में सिर्फ ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी और AstraZeneca की वैक्सीन- Covishield से ही पीछे है, जिसके तीसरे फेज के ट्रायल के लिए लोगों की भर्ती शुरू हो चुकी है। भारत में Covishield की टेस्टिंग अदार पूनावाला का सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया कर रहा है।
साई प्रसाद के मुताबिक, भारत बायोटेक फेज-1, फेज-2 और फेज-3 के ट्रायल पूरी तरह करने की तैयारी में भी हैं, पर सरकार इसे आपात इस्तेमाल के लिए मंजूरी दे सकती है। हालांकि, उन्होंने साफ किया कि उनकी कंपनी ने सरकार से ऐसी किसी मंजूरी की मांग नहीं की है। प्रसाद ने कहा कि वे सिर्फ सुरक्षा डेटा और क्षमता के हिसाब से ही नतीजों पर पहुंचना चाहेंगे। लेकिन सरकार में कोरोना वैक्सीन के आपात इस्तेमाल की मंजूरी की चर्चाएं चल रही हैं।
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