वकीलों ने बंद रखा काम, श्रध्दांजलि सभा आयोजित
इंदौर। जस्टिस वंदना कसरेकर के निधन से कोर्ट में सन्नाटा छा गया है। वकीलों ने आज हाईकोर्ट व जिला कोर्ट में काम बंद रखा है। श्रद्धांजलि सभा भी आयोजित होगी। 60 वर्षीय वंदना कसरेकर ने कल मेदांता अस्पताल में आखिरी सांस ली तो संपूर्ण विधि जगत में शोक की लहर छा गई। जस्टिस कसरेकर इंदौर, जबलपुर व ग्वालियर तीनों बेंच में रह चुकी थीं, इसलिए जहां भी वकीलों व न्यायिक जगत के लोगों को इसकी खबर लगी तो अवाक रह गए। इंदौर हाईकोर्ट में आज तो वकील शोकस्वरूप काम ही बंद रखेंगे। हाईकोर्ट बार एसोसिएशन के सचिव पंकज सोहनी के मुताबिक आज वकील काम से दूर रहेंगे। वर्चुअल तरीके से श्रद्धांजलि सभा आयोजित कर कसरेकर के प्रति शोक व्यक्त किया जाएगा। इंदौर बार एसोसिएशन के अध्यक्ष सुरेंद्र कुमार वर्मा व सचिव कपिल बिरथरे ने बताया कि जिला कोर्ट में भी वकील शोकस्वरूप काम बंद रखेंगे।
यादों के झरोखें से
वंदना कसरेकर सीनियर एडवोकेट सुभाष संवत्सर व जीएम चाफेकर के यहां लंबे समय तक काम कर चुकी थीं। वहीं उनके साथ संपर्क में आर्इं एडवोकेट मीना चाफेकर से काफी अच्छी दोस्ती हो चुकी थी। कल भी जब मेदांता अस्पताल में वंदना मैडम का निधन हुआ तो वे मीना चाफेकर वहां पहुंच चुकी थीं। वे बताती हैं कि 4-5 दिन पहले तबीयत बिगडऩे पर कसरेकर को अस्पताल में भर्ती कराया गया था। कल कार्डियक अरेस्ट से उनका निधन हो गया। उनके अच्छे व्यवहार से सभी बार के वकील खुश रहते थे। कसेरकर अविवाहित थीं। परिवार में उनके दो भाई और दो बहनें हैं। भूतपूर्व जस्टिस पीयूष माथुर कहते हैं कि तमाम शारीरिक व्याधियों के बावजूद वे हमेशा मुस्कराते हुए न्यायदान करती थीं। उनके असामयिक निधन ने एक बेहतरीन न्यायाधीश और शानदार व्यक्तित्व खो दिया। एडवोकेट अभिषेक भार्गव बताते हैं कि उनके एक मामले में मेडिकल बोर्ड सुनवाई के वक्त रिपोर्ट पेश नहीं कर सका तो जस्टिस कसरेकर ने उसी दिन साढ़े चार बजे सीएचएमओ व स्वास्थ्य सचिव को पेश होने का मौखिक आदेश दे डाला। एडवोकेट सोनाली गुप्ता के अनुसार कसेरकर वकील रहते वकीलों की टी पार्टी में सदैव साथ रहती थीं। उनके निधन पर हाईकोर्ट बार एसोसिएशन के अध्यक्ष लोकेश भटनागर, अमरसिंह राठौर, सीनियर एडवोकेट वीरकुमार जैन, नीलेश जोशी, अशोक कचोलिया, लोकेश मेहता, अतिरिक्त महाधिवक्ता पुष्यमित्र भार्गव, जिला अभियोजन अधिकारी अकरम शेख, मुदित माहेश्वरी आदि ने भी श्रद्धांजलि अर्पित की है।
दो जज साथ-साथ, अब अब नहीं रहीं एक भी…
यह फोटो वकीलों की टी पार्टी का है, जिसमें जस्टिस शुभदा आर. वाघमारे के पास में ही जस्टिस वंदना कसरेकर भी दिखाई दे रही हैं। वाघमारे मप्र हाईकोर्ट की पहली जज बनी थीं और कसरेकर दूसरी जज। खास बात यह है कि दोनों इंदौर से जज बनी थीं। दुर्भाग्य से दोनों ही हस्तियां अब नहीं रहीं। वे अपने तय कार्यकाल के पहले ही संसार को अलविदा कह गईं।
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