हर शादीशुदा कपल एक समय के बाद फैमिली आगे बढ़ाने की प्लानिंग करता है। हालांकि ये हर किसी के लिए इतना आसान नहीं होता है। कभी-कभी कंसीव करने में बहुत ज्यादा समय लग जाता है। एक्सपर्ट्स का कहना है कि अगर आप बेबी प्लानिंग कर रहे हैं तो फर्टाइल डेज और हेल्दी वेट से लेकर कुछ सप्लीमेंट लेना जरूरी है। इसके साथ-साथ फर्टिलिटी बढ़ाने के लिए सही डाइट भी लेना जरूरी है।
स्टडीज में डाइट और फर्टिलिटी के बीच एक खास संबंध पाया गया है। नेशनल सेंटर फॉर बायोटेक्नोलॉजी इंफॉर्मेशन में छपे एक लेख के अनुसार, ‘अनसैचुरेटेड फैट, साबुत अनाज, सब्जियां और मछली महिलाओं और पुरुषों दोनों की फर्टिलिटी में सुधार करते हैं। जबकि अल्कोहल, कैफीन, सैचुरेटेड फैट और शुगर महिलाओं और पुरुषों की खराब फर्टिलिटी से जुड़े हुए हैं। मुंबई के नोवा आईवीएफ फर्टिलिटी की क्लिनिकल डायरेक्टर डॉक्टर ऋचा जगताप ने हिंदुस्तान टाइम्स को कुछ तरीके बताए हैं जिससे प्रेग्नेंसी की संभावना बढ़ाई जा सकती है।
ताजे फल और सब्जियां-
चुकंदर, शिमला मिर्च जैसे ताजे फल और सब्जियां फर्टिलिटी को बढ़ाने में काफी कारगर माने जाते हैं। खट्टे फलों, फलियों और हरी पत्तेदार सब्जियों में फोलिक एसिड पाया जाता है। ये फर्टिलिटी बढ़ाने के साथ बच्चे का विकास अच्छे तरीके से करता है। इसके सेवन से स्ट्रेस दूर होता है जो प्रेग्नेंसी के लिए जरूरी माना जाता है।
ड्राई फ्रूट्स-
बेबी प्लान करने वाले कपल्स को हर दिन सूखे मेवे खाने चाहिए क्योंकि ये एंटीऑक्सिडेंट से भरपूर होते हैं। यह शरीर में रिएक्टिव ऑक्सीजन स्पीशीज केमिकल को कम करते हैं। ये केमिकल एग्स और स्पर्म से जुड़ कर उसे खराब कर देते हैं। एंटीऑक्सिडेंट से बॉडी में रिएक्टिव ऑक्सीजन स्पीशीज केमिकल की मात्रा कम हो जाती है।
थोड़ा-थोड़ा खाना खाएं-
इनफर्टिलिटी (infertility) की समस्या से जूझ रहे लोगों को वजन कम करने की सलाह दी जाती है। यहां तक कि 5 फीसदी वजन कम करना भी ओवुलेशन साइकिल में मदद करता है। डॉक्टर्स का कहना है कि फर्टिलिटी बढ़ाने के लिए तीन बार ज्यादा-ज्यादा खाने की जगह 5-6 बार थोड़ा-थोड़ा खाना चाहिए।
इसके अलावा हर दिन कपल्स को हर दिन 30-45 मिनट एक्सरसाइज करनी चाहिए। खूब सारा पानी पिएं और अगर आपके शरीर में विटामिन D की कमी है तो डॉक्टर की सलाह पर इसका सप्लीमेंट भी ले सकते हैं।
शुगर की मात्रा कंट्रोल करें-
अगर बेबी प्लान कर रहे हैं तो अपने शुगर लेवल पर लगातार नजर बनाए रखें। शुगर लेवल बढ़ने और डायबिटीज (diabetes) से स्पर्म की क्वालिटी खराब हो जाती है। अगर आपका शुगर लेवल अक्सर बढ़ा रहता है तो इसे वॉक, डाइट और दवाई के जरिए कंट्रोल करने की कोशिश करें। इससे फर्टिलिटी क्षमता फिर बढ़ जाएगी।
इन चीजों से करें परहेज-
डाइट में कुछ जरूरी चीजें शामिल करने के साथ कुछ चीजों से परहेज भी जरूरी है। रेड मीट, चीज, ऑयली फूड, मक्खन, घी जैसे फ्राइड, फैटी और हाई कोलेस्ट्रॉल (high cholesterol) वाली चीजों से परहेज करें। मैदा और व्हाइट शुगर का सेवन बिल्कुल कम कर दें। अल्कोहल (alcohol) और स्मोकिंग बिल्कुल बंद कर दें। रोटियां बनाने के लिए मल्टीग्रेन आटे का इस्तेमाल करें।
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