अजमेर। वैसे तो भारत नदियों का देश है। यहां धर्म और संस्कृति समेत अर्थव्यवस्था (Economy) में भी अहम योगदान है। आमतौर पर नदियां पहाड़ों (rivers mountains) से निकलती हैं तो आखिर पड़ाव में किसी समुद्र में जाकर मिल जाती हैं, आज हम आपको ऐसे नदी के बारे में बता रहे जो निकलती तो है पहाड़ों से लेकिन समुद्र तक नहीं पहुंच पाती है।
बता दें कि लूनी नदी (Luni River Rajasthan) पश्चिमी राजस्थान की सबसे प्रमुख नदी है लूनी नदी का उद्गम स्थान अजमेर में है यह नदी अजमेर के नाग पहाड़ से निकलती है और पश्चिमी राजस्थान को पानी देते हुए कच्छ के रण में विलीन हो जाती है इसकी कुल लंबाई 320 किलोमीटर है । नाग पहाड़ अजमेर से निकलने के बाद लूनी नदी का पानी बालोतरा तक मीठा रहता है और उसके बाद नमक की प्रबलता के कारण खारा (Luni River Salty water) हो जाता है इसका जल ग्रहण क्षेत्रफल 34250 वर्ग किलोमीटर में फैला हुआ है ।
495 किलोमीटर लंबी यह नदी अपने क्षेत्र की एकमात्र प्रमुख नदी है, जो एक बड़े हिस्से की सिंचाई करती हुई गुजरात पहुंचती है। राजस्थान में इस नदी की कुल लंबाई 330 किलोमीटर है, जबकि इसका बाकी हिस्सा गुजरात में बहता है।
वहीं इस नदी के सुंदर और प्राकृतिक नज़ारों को देखने का सबसे अच्छा समय मानसून का वक्त होता है. इसके अलावा यहां मार्च में हर साल थार महोत्सव भी आयोजित किया जाता है। राजस्थान के सीमावर्ती जिले बाड़मेर की कला, संस्कृति एवं पर्यटन को बढ़ावा देने के उदेश्य से इस तीन दिवसीय थार महोत्सव का आयोजन किया जाता है।
©2024 Agnibaan , All Rights Reserved