नई दिल्ली (New Delhi)। देश का इंडस्ट्रियल प्रोडक्शन (Country’s industrial production) मार्च में मैन्युफैक्चरिंग (Manufacturing) और पावर सेक्टर (Power sectors ) के बढ़िया प्रदर्शन (Good performance ) की मदद से करीब 5 फीसदी के स्तर पर पहुंच गया है। राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय के आंकड़ों के मुताबिक मार्च 2024 में भारत का इंडियन इंडस्ट्रियल प्रोडक्शन (Indian Industrial Production- IIP) 4.9 प्रतिशत बढ़ा तो मार्च 2023 में 1.9 प्रतिशत की वृद्धि देखी गई थी।
आंकड़ों से पता चलता है कि मार्च, 2024 में विनिर्माण क्षेत्र का उत्पादन 5.2 प्रतिशत बढ़ा, जबकि एक साल पहले इसी महीने में यह 1.5 प्रतिशत था। इस साल मार्च में माइनिंग प्रोडक्शन 1.2 प्रतिशत बढ़ा जबकि पावर प्रोडक्शन में 8.6 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई। समूचे वित्त वर्ष 2023-24 के दौरान देश का इंडस्ट्रियल प्रोडक्शन 5.8 प्रतिशत की दर से बढ़ा जबकि वित्त वर्ष 2022-23 में इसकी वृद्धि दर 5.2 प्रतिशत रही थी।
विदेशी मुद्रा भंडार में इजाफा
पिछले तीन सप्ताह की गिरावट के बाद देश का विदेशी मुद्रा भंडार (Country’s foreign exchange reserves) तीन मई को समाप्त सप्ताह में 3.67 अरब डॉलर बढ़कर 641.59 अरब डॉलर हो गया। इससे पहले 26 अप्रैल को समाप्त सप्ताह में देश का विदेशी मुद्रा भंडार 2.41 अरब डॉलर घटकर 637.92 अरब डॉलर रहा था। यह कई सप्ताह की तेजी के बाद पांच अप्रैल को समाप्त सप्ताह में 648.56 अरब डॉलर के नये सर्वकालिक उच्च स्तर पर पहुंच गया था।
गोल्ड रिजर्व का हाल
बता दें कि 3 मई को समाप्त सप्ताह में मुद्रा भंडार का अहम हिस्सा मानी जाने वाली विदेशी मुद्रा आस्तियां 4.46 अरब डॉलर बढ़कर 564.16 अरब डॉलर रही। रिजर्व बैंक ने कहा कि सप्ताह के दौरान गोल्ड रिजर्व का मूल्य 65.3 करोड़ डॉलर घटकर 54.88 अरब डॉलर रहा। रिजर्व बैंक ने कहा कि विशेष आहरण अधिकार (एसडीआर) 20 लाख डॉलर बढ़कर 18.05 अरब डॉलर हो गया। रिजर्व बैंक के मुताबिक सप्ताह में अंतरराष्ट्रीय मुद्राकोष (आईएमएफ) के पास भारत की आरक्षित जमा 14 करोड़ डॉलर घटकर 4.49 अरब डॉलर रह गयी।
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