नई दिल्ली । अगले वर्ष जुलाई तक देश के 20-25 करोड़ लोगों को कोविड-19 महामारी का टीका देने के लिए भारत को 40-50 करोड़ टीकों की आवश्यकता होगी और इन टीकों की कीमत एक हजार रुपए से कम होने का अनुमान है.
भारतीय औषधि महानियंत्रक (डीसीजीआई) ने संकेत दिए हैं कि टीके की कीमत एक हजार रुपए से कम होगी. हालांकि विशेषज्ञों की मानें तो एक टीके का दाम 4-5 डॉलर यानी 300 से लेकर 365 रुपए तक होने का अनुमान है. प्रत्येक व्यक्ति को दो टीके लगाए जाएंगे.इसका मतलब है कि एक व्यक्ति का अधिकतम 750 रुपए में टीकाकरण हो जाएगा.
इस संबंध में बताया जा रहा है कि डॉ. वी.के. पॉल की अध्यक्षता में बनाई गई उच्चस्तरीय समिति दुनियाभर के वैक्सीन निर्माताओं और अनुसंधानकर्ताओं के लगातार संपर्क में है. भारत वैक्सीन निर्माण का मुख्य केंद्र है और सरकार की ओर से सुविधाएं और धनराशि मिलने पर वैक्सीन निर्माता कंपनियां अपने उत्पादन में तेजी ला सकती हैं.
गौरतलब है कि विश्व स्वास्थ्य संगठन ने धनाढ्य देशों से ‘कोवैक्सीन’ के लिए जारी अभियान में मदद की अपील की है, ताकि वर्ष 2021 के अंत तक वैक्सीन का पर्याप्त वितरण सुनिश्चित किया जा सके. बतादें कि विश्व स्वास्थ्य संगठन के माध्यम से वैक्सीन के लिए बने वैश्विक गठबंधन (गावी) को बिल गेट्स फाउंडेशन का सहयोग मिल रहा है. गावी ने वैश्विक नेताओं और कंपनियों से 880 करोड़ डॉलर की राशि जुटाई है. इसी प्रकार से अन्य धनाड्य लोगों एवं संगठनों से भी संपर्क किया जा रहा है जोकि आर्थिक मदद देने के लिए आगे आएं।
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