नई दिल्ली: देश को नया चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ मिल गया है. भारत सरकार ने लेफ्टिनेंट जनरल अनिल चौहान (सेवानिवृत्त) को अगले सीडीएस यानी चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (सीडीएस) के रूप में नियुक्त किया है. रक्षा मंत्रालय की ओर से दी गई जानकारी के मुताबिक, अनिल चौहान भारत सरकार के सैन्य मामलों से जुड़े विभाग के सचिव के रूप में भी कार्य करेंगे. कार्यभार ग्रहण करने की तारीख से अगले आदेश तक वो इस पद पर बने रहेंगे.
रिटायर्ड लेफ्टिनेंट जनरल अनिल चौहान अपने लगभग 40 वर्षों से अधिक के करियर में कई कमांड संभाले हैं. उन्हें जम्मू-कश्मीर और उत्तर-पूर्व भारत में आतंकवाद विरोधी अभियानों में भी लंबा अनुभव है. वो एनएसए अजीत डोभाल के मिलिट्री एडवाइजर भी रहे हैं.
लेफ्टिनेंट जनरल (रिटायर्ड) अनिल चौहान वर्ष 2021 तक भारतीय सेना में रहे हैं. सेवा में वो ईस्टर्न कमांड के जनरल ऑफिसर कमांडिंग इन चीफ रहे हैं. उन्होंने 1 सितंबर 2019 को लेफ्टिनेंट जनरल मनोज मुकुंद नरवणे के बाद ये पद संभाला था. उन्हें परम विशिष्ट सेवा मेडल, उत्तम युद्ध सेवा मेडल, अति विशिष्ट सेवा मेडल, सेना मेडल, विशिष्ट सेवा मेडल जैसे अवॉर्ड मिल चुके हैं. वो भारतीय सेना के डीजीएमओ भी रह चुके हैं.
लेफ्टिनेंट जनरल अनिल चौहान का जन्म उत्तराखंड में 18 मई 1961 को हुआ था. वह नेशनल डिफेंस अकेडमी, खडकवासला और इंडियन मिलिट्री अकेडमी, देहरादून के छात्र रहे हैं. वर्ष 1981 में भारतीय सेना की 11 गोरखा राइफल्स में भर्ती हुए थे. मेजर जनरल के रैंक के अधिकारी के तौर पर अनिल चौहान ने उत्तरी कमान में महत्वपूर्ण बारामुला सेक्टर में एक इन्फैंट्री डिवीजन की कमान संभाली थी. बाद में लेफ्टिनेंट जनरल के रूप में उन्होंने उत्तर पूर्व में एक कोर की कमान संभाली. इसके बाद वह सितंबर 2019 से पूर्वी कमान के जनरल ऑफिसर कमांडिंग-इन-चीफ बने और फिर मई 2021 में इस अहम पद से रिटायर हुए.
लेफ्टिनेंट जनरल अनिल चौहान 31 मई 2021 को भारतीय सेना से रिटायर हुए थे. सेना से सेवानिवृत्त होने के बाद भी उन्होंने राष्ट्रीय सुरक्षा और रणनीतिक मामलों में योगदान देना जारी रखा. लेफ्टिनेंट जनरल अनिल चौहान को सेना में उनकी विशिष्ट और शानदार सेवा के लिए परम विशिष्ट सेवा पदक, अति विशिष्ट सेवा पदक, उत्तम युद्ध सेवा पदक, सेना पदक और विशिष्ट सेवा पदक से पुरस्कृत किया जा चुका है.वो अंगोला में संयुक्त राष्ट्र के मिशन में भी काम कर चुके हैं.
बता दें कि पिछले साल दिसंबर में एक हेलीकॉप्टर दुर्घटना में भारत के पहले चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल बिपिन रावत की मृत्यु हो गई थी. तब से यह अहम पद खाली पड़ा हुआ था. करीब 9 महीने खाली रहने के बाद इस पद पर नियुक्ति हुई है. इस पद के लिए पहले जनरल मनोज मुकुंद नरवणे और कुछ अन्य नामाें पर चर्चा होती आ रही थी. लेकिन अब सारी अटकलों पर विराम लग चुका है. अब अगले आदेश तक लेफ्टिनेंट जनरल अनिल चौहान (रिटायर्ड) देश के नए सीडीएस होंगे.
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