उज्जैन। चुनाव परिणामों की अटकल बाजी के बीच 1 7 जुलाई की सुबह 7 बजे से इंजीनियरिंग कॉलेज में मतगणना की प्रक्रिया शुरू होगी। वार्डवार महापौर और पार्षद के मतों की गणना इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीनों के जरिए 540 टेबलों पर की जाएगी। लगभग 200 मतगणनाकर्मियों की ड्यूटी लगाई जा रही है, जिन्हें दो चरणों में प्रशिक्षण दिया जाएगा। कल पहले चरण का प्रशिक्षण होना है। सील किए गए स्ट्राँग रूम में कड़ी सुरक्षा व्यवस्था है और अब यह स्ट्राँग रूम मतगणना के दिन ही सुबह खोला जाएगा।
महापौर से लेकर 54 वार्ड पार्षदों के भाग्य इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीनों में कैद हो गए हैं। अभी 6 जुलाई को 568 मतदान केन्द्रों पर वोट डाले गए और ढाई लाख वोटों की गिनती होना है। इसके अलावा डाक मतपत्र भी अलग से शामिल रहेंगे। चूंकि इस बार भी मतगणना के दिन सुबह तक डाक मतपत्र लिए जा रहे हैं। लिहाजा उनकी अंतिम संख्या उसी दिन पता चलेगी। प्रशिक्षण के दौरान आयोग के निर्देश पर जिन अधिकारियों-कर्मचारियों की ड्यूटी लगाई गई उन्हें डाक मतपत्र इस्तेमाल की सुविधा दी गई। हालांकि आधे से अधिक चुनावी ड्यूटी में लगे लोगों ने उस दौरान इस सुविधा का लाभ नहीं लिया। उसके बाद जब राजनीतिक दलों ने आपत्ति ली तो फिर आयोग ने डाक मतपत्रों की प्रक्रिया को लगातार जारी रखा और मतगणना के दिन सुबह तक ये डाक मतपत्र स्वीकार किए जाएंगे।
मतगणना के दिन सबसे पहले इन डाक मतपत्रों की गिनती शुरू होगी और उसके साथ ही इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीनों पर भी गिनती शुरू करवा दी जाएगी। सुबह 7 बजे से यह प्रक्रिया शुरू होगी, जिसकी तैयारी कलेक्टर आशीष सिंह ने शुरू करवा दी है। मतगणना के लिए जिन कर्मचारियों की ड्यूटी लगाई जा रही है उन्हें कल पहले चरण का प्रशिक्षण दिया जाएगा। उप जिला निर्वाचन अधिकारी वीरेन्द्रसिंह दांगी के मुताबिक इंजीनियरिंग कॉलेज के हॉलों में मतगणना का कार्य होगा। वार्डवार ये हॉल तय किए गए हैं, जिनमें जो वार्ड आ रहे हैं उनकी महापौर के साथ गिनती होगी। हर कमरे में 10-10 टेबलें लगाई जा रही है और एक कमरे में एक टेबल अतिरिक्त रहेगी। इस तरह कुल 540 टेबलों पर मतगणना की प्रक्रिया चलेगी और परिणामों को भी जल्द से जल्द बताने के इंतजाम एनआईसी द्वारा किए गए हैं। वहीं पंचायतों के चुनाव भी उज्जैन जिले में पहले चरण में ही सम्पन्न हो गए और उसके बाद मतों की गणना का कार्य भी किया जा चुका है, लेकिन अधिकृत परिणामों की घोषणा 17 जुलाई को की जाएगी। वहीं नगर निगम के साथ-साथ आठों नगर परिषदों में भी 6 जुलाई को ही मतदान हुआ, उसकी भी मतगणना 17 जुलाई को ही होना है। उज्जैन निगम क्षेत्र में 60 फीसदी मतदाताओं ने जहां अपने मताधिकार का इस्तेमाल किया, तो आठों नगर परिषदों में 76 फीसदी से अधिक मतदान हुआ है।
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