इन्दौर। 11 लाख से अधिक मतों की गणना महापौर और 85 वार्ड पार्षदों को चुनने के लिए की जाना है। 17 जुलाई की सुबह 9 बजे से स्टेडियम में डाक मतपत्रों की गिनती पहले शुरू कराई जाएगी, उसके आधे घंटे बाद इलेक्ट्रानिक वोटिंग मशीनों से गणना शुरू होगी। 32 राउंड में यह मतगणना का कार्य पूरा होगा। लिहाजा संभव है कि 12 घंटे से अधिक समय अंतिम परिणाम मिलने में लगे। कलेक्टर मनीष सिंह ने स्टेडियम पहुंचकर मतगणना की तैयारियों की समीक्षा की। उन्होंने बताया कि बारिश के मद्देनजर पुख्ता प्रबंध किए गए हैं। बंद आधा दर्जन हॉलों में ही मतगणना कराई जाएगी और स्टेडिमय के बाहर भी परिसर में स्क्रीन लगाई जाएगी, ताकि परिणामों की जानकारी सभी को मिलती रहे। सभी 85 वार्डों के लिए एक-एक टेबल लगाई गई है और सीसीटीवी कैमरे भी पूरे स्टेडियम में लगवाए गए हैं, ताकि हर गतिविधि पर निगाह रहे। पुलिस विभाग का भी कंट्रोल रूम रहेगा।
आयोग द्वारा यह भी निर्देश दिए गए हैं कि मतगणना स्थल और परिसर में मोबाइल फोन का उपयोग पूरी तरह से प्रतिबंधित किया गया है, जिसमें मीडियाकर्मी भी शामिल रहेंगे। कलेक्टर मनीष सिंह ने मतगणना स्थल का दौरा भी किया और आयोग द्वारा जारी किए गए दिशा-निर्देशों के मुताबिक सुरक्षात्मक दृष्टि से सभी आवश्यक प्रबंध सुनिश्चित करने के निर्देश अधीनस्थ अधिकारियों को दिए। कलेक्टर के मुताबिक मतगणना का कार्य पूरी स्वतंत्रता और पारदर्शी प्रक्रिया के तहत किया जाएगा। उम्मीदवारों और उनके अभियुक्तों के बैठने की व्यवस्था भी की गई है और इस संबंध में अधिकारियों को आयोग के निर्देशानुसार व्यवस्था करने को कहा है। अपर कलेक्टर डॉ. अभय बेड़ेकर, उपजिला निर्वाचन अधिकारी मुनिशसिंह सिकरवार तथा संयुक्त कलेक्टर प्रतुलचंद सिन्हा, निगम के अपर आयुक्त अभय राजनगांवकर सहित अन्य अधिकारी, कर्मचारी मौजूद रहे।
85 वार्डों की मतगणना भी वार्डवार ही होगी और केंद्रों की संख्या अधिक होने से कुल 97 टेबलें लगाई गई हैं। जिन वार्डों में केंद्रों की संख्या 32 से अधिक रही, वहां एक अतिरिक्त टेबल लगाई जा रही है। चूंकि बारिश हो रही है, लिहाजा मतगणना बंद हॉल में संपन्न कराई जाएगी और काउंटिंग एजेंट की सुविधा के लिए स्टेडियम के बाहर वाले परिसर में स्क्रीन भी लगाई जा रही है। एक हजार से अधिकारी, कर्मचारियों-अधिकारियों की ड्यूटी मतगणना कार्य के सफल संचालन हेतु लगाई गई है। 17 जुलाई को सुबह 9 बजे से पहले डाक मतपत्रों की गिनती, फिर आधे घंटे बाद 9.30 बजे से मशीनों से गणना शुरू हो जाएगी। डाक मतपत्रों के प्रभारी एसडीएम अंशुल खरे के मुताबिक लगभग 14 हजार अधिकारी, कर्मचारी भी मतदाता थे, जिन्हें डाक मतपत्र की सुविधा दी गई। मगर अभी तक 5337 डाक मतपत्र ही मिले। आयोग की अनुमति से तीन दिन का समय बढ़ाया भी गया, मगर कोई भी आवेदन नहीं मिला। नगर परिषद में अवश्य कुछ कर्मचारियों ने बढ़ाए गए समय का लाभ लेकर डाक मतपत्र के जरिए मतदान किया। मगर शहर में यह संख्या नहीं बढ़ी।
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