इन्दौर। हर दो साल में होने वाली गिद्धों की गिनती की शुरुआत आज सुबह 6 बजे से शुरू हो गई। यह गणना आज सुबह 2 घण्टे यानी 8 बजे तक चली । इस दौरान वन अधिकारियों ने आसमान में उड़ते 9 गिद्धों की गणना की। अब शाम को 4 बज कर 30 मिनिट से 6 बज कर 30 मिनिट तक होगी। डीएफओ के अनुसार गिद्धों की गणना के लिए लगभग 30 लोगों की टीम बनाई गई हैं, जो इंदौर महू में गिद्धों की गिनती कर रहे है। आज सुबह 6 बजे से 8 बजे तक इंदौर वन मण्डल की पेडमी में 9 इजिप्शियन यानी सफेद गिद्ध नजर आए। पेडमी के अलावा अन्य जगह चल रही गणना में गिद्धों की संख्या का मिलान कर के वन विभाग शाम को आंकड़े जारी करेगा। गणना की टीम में वन विभाग के बड़े अधिकारियों कर्मचारियों के अलावा बर्ड और नेचर लवर मतलब पर्यावरण प्रेमी भी शामिल है। इंदौर रेंज में लगभग सात और महू रेंज में 2 स्थानों पर गिद्ध पाए जाते हैं।
क़ई प्रकार की होती है गिद्धों की प्रजातियां
गिद्ध गणना के दौरान वयस्क और अवयस्क गिद्धों के अलावा उनके घोंसलों की भी गणना की जाती है। गिनती करने के साथ गिद्दों की प्रजातियों का भी ध्यान रखा जाता है।
पिछली गणना में वन मण्डल में 117 गिद्ध
डीएफओ महेंद्र सिंह सोलंकी ने बताया कि पिछले साल 2022 में गणना के अनुसार इंदौर वन मण्डल में अवयस्क यानी छोटे गिद्धों की संख्या 71 और बड़े गिद्धों की संख्या 46 थी इस तरह इंदौर वन मण्डल में 117 गिद्द थे।
इंदौर में गिद्धों के ठिकाने
देव गुराडिय़ा, पेडमी, हंसाखेड़ी, भड़किया, चिखल, तिंछा, पठान पिपल्या, क्षेत्रों में गिद्धों के ठिकाने हैं।
इन सात प्रजातियों के गिद्ध पाए जाते है
देशी ब्लैक गिद्ध , सफेद पीठ वाले , गिद्द राज गिद्ध, इजिप्शियन गिद्ध , सिनेरियस गिद्ध , युरेशियन ग्रिफन, हिमालयीन ग्रिफन आदि प्रजातियो के गिद्ध पाए जाते हैं।
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