इन्दौर। लोकायुक्त पुलिस ने इस सात के प्रथम सात माह में विभिन्न विभागों के 17 भ्रष्ट अफसरों को रिश्वत लेते पकड़ा है। सबसे अधिक स्वास्थ्य विभाग के अफसर और कर्मचारी पकड़े गए। पहले पुलिस, पंचायत और पटवारी हर साल सबसे अधिक संख्या में पकड़ाते थे, लेकिन इस बार स्वास्थ्य विभाग नंबर वन पर है। 17 में 7 ट्रैप हुए लोग स्वास्थ्य विभाग के हैं।
सरकारी विभागों में फैले भ्रष्टाचार को रोकने और भ्रष्ट अफसरों पर कार्रवाई करने के लिए सरकार ने लोकायुक्त और ईओडब्ल्यू को अधिकार दे रखे हैं। इसके तहत लोकायुक्त पुलिस ने इस साल अब तक 17 लोगों को ट्रैप किया है। स्वास्थ्य विभाग में इस बार दो डॉक्टर, एक नर्स, बाकी छोटे कर्मचारी मिलाकर 7 लोग रिश्वत लेते पकड़े गए। इसके अलावा पुलिस, नगर निगम, नगर पालिका, पंचायत, पटवारी, मंडी उपयंत्री सहित लगभग हर विभाग के लोग रिश्वत लेते पकड़े गए, जो बताता है कि सरकारी विभागों में भ्रष्टाचार किस हद तक फैला हुआ है।
पिछले पंद्रह दिन में तो लोकायुक्त ने तीन ट्रैप किए, लेकिन फिर भी किसी को डर नहीं है। इसके अलावा ईओडब्ल्यू भी तीन ट्रैप कर चुका है। पकड़े गए लोगों में तीन महिलाएं भी हैं, जिनमें एक डॉक्टर है, जो डिलेवरी करवाने के नाम पर नर्स के माध्यम से दस हजार रुपए मांग रही थी। एक नगर निगम की बाबू है। यानी महिलाएं भी रिश्वत लेने में पीछे नहीं हैं। पिछले कुछ सालों की बात करें तो सबसे अधिक रिश्वत लेने के मामले में पीपीपी मॉडल ही नंबर वन रहता था, अर्थात पुलिस, पंचायत और पटवारी, लेकिन इस बार स्वास्थ्य विभाग सबसे आगे है।
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