इंदौर (Indore)। निगम के चर्चित ठेकेदार पप्पू भाटिया द्वारा की गई आत्महत्या के बाद अन्य सभी ठेकेदार जहां आक्रोश में हैं, वहीं कल भी उन्होंने महापौर और आयुक्त से मिलकर अपनी परेशानी बताई। दूसरी तरफ कुछ माह पूर्व वीआरएस ले चुके निगम अधिकारी अशोक राठौर ने कल भाटिया द्वारा दी गई महिन्द्रा एसयूवी 700 गाड़ी लौटा दी और उन पर ही आरोप लग रहे हैं कि करोड़ों रुपए के काम कमीशन के लालच में भाटिया पर दबाव डाल कर करवाए गए। पिछले 30 साल से अधिक समय से निगम में ठेकेदारी कर रहे पप्पू भाटिया के ही 14 से 15 करोड़ रुपए निगम में बकाया बताए जाते हैं।
चूंकि नगर निगम की माली हालत खस्ता है और लगभग 800 करोड़ रुपए से अधिक का भुगतान ठेकेदारों का बकाया हो गया है। मगर पप्पू भाटिया एकमात्र ऐसे ठेकेदार थे जो किसी भी काम के लिए कभी भी मना नहीं करते और जब भी निगम को बड़ा आयोजन या काम करवाना होता तो अफसर से लेकर महापौर, पार्षद व अन्य जनप्रतिनिधि पप्पू भाटिया को ही फोन लगाते और वे तुरंत काम भी शुरू करवा देते। इस साल शुरुआत में ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट के साथ प्रवासी भारतीय सम्मेलन का बड़ा आयोजन इंदौर में हुआ, जिसमें एयरपोर्ट से लेकर आयोजन स्थल ब्रिलियंट कन्वेंशन सेंटर तक नगर निगम को कई तरह के विकास, सौंदर्यीकरण सहित अन्य कार्य करवाने थे, जिसका ठेका केजी गुप्ता को दिया गया था। मगर वे काम नहीं कर पाए तो श्री राठौर ने भाटिया के जरिए ये सारे काम करवाए। मगर बाद में इसका भुगतान वे नहीं करवा पाए और इससे जुड़े विवाद व अन्य कारणों के चलते कुछ समय पूर्व उन्होंने वीआरएस भी ले लिया था। अभी ठेकेदारों ने महापौर और आयुक्त से मुलाकात में भी उक्त अधिकारी का ही नाम लिया और जो नई गाड़ी पप्पू भाटिया ने खरीदकर दी थी वो कल उनके घर भिजवा दी गई।
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