इन्दौर। शिवाजी मार्केट की करीब 175 दुकानों को शिफ्ट किए जाने का मामला कई दिनों से चल रहा था। इसी मामले में कल फिर सभी दुकानदारों को नोटिस दिए गए हैं। 26 अगस्त को कलेक्टोरेट में दुकानदारों की बैठक बुलाई गई है, जिसमें कई मुद्दों पर चर्चा होगी और शिफ्टिंग का मामला तय होगा।
वर फ्रंट डेवलपमेंट के तहत नगर निगम ने कान्ह नदी की कृष्णपुरा छत्री से लेकर रामबाग तक के हिस्से में दोनों किनारों को संवारने के साथ-साथ वहां सौंदर्यीकरण के कार्य किए थे और इस मामले में निगम अफसरों के कार्यों की भोपाल से लेकर दिल्ली तक तारीफ हुई थी। अब शिवाजी मार्केट की करीब पौने दो सौ दुकानें शिफ्ट कराए जाने का मामला शुरू हो रहा है।
इसके लिए निगम ने स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के तहत कृष्णपुरा छत्री के समीप विशाल व्यावसायिक काम्प्लेक्स बनाया है, जहां दुकानदारों को लाटरी पद्धति से दुकानें आवंटित की जाएंगी। अधिकारियों के मुताबिक 26 अगस्त को इस मामले में कलेक्टोरेट में व्यापारियों की बैठक बुलाई गई है, जिसमें उन्हें शिफ्टिंग को लेकर तमाम जानकारियां दी जाएंगी। वर्षों पुरानी इन दुकानों को शिफ्ट करने के लिए निगम पहले भी तीन बार नोटिस दे चुका है, लेकिन व्यापारी अलग-अलग परेशानी इस मामले में बताते रहे हैं।
दुकानें संयुक्त कर लीं, अब नोटिस को लेकर झंझट
शिवाजी मार्केट के कई दुकानदारों ने आसपास की दुकानें खरीदकर उनका संयुक्तिकरण कर लिया। अब ऐसे में निगम द्वारा संबंधित दुकानदारों को एक-एक नोटिस ही दिया जा रहा है, जिसके चलते व्यापारी कह रहे हैं कि उनकी तीन दुकानें और एक नोटिस क्यों दिया जा रहा है, वहीं निगम अधिकारी उन्हें बता रहे हैं कि अलग-अलग नामों से उनके पास जो रिकार्ड दर्ज है, उसके मान से कार्रवाई की जा रही है। अब इस मामले को लेकर वहां दुकानदार लामबंद होकर अफसरों से मुलाकात करने जाएंगे।
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