इंदौर (Indore)। गर्मियों में अप्रैल-मई में शहर के अलग-अलग क्षेत्रों में पानी बांटने के लिए नगर निगम ने किराए पर लिए 350 टैंकरों को बंद कर दिया है। अब सिर्फ निगम के 75 टैंकरों से ही पानी बांटा जा रहा है। गर्मियों में जिन झोनलों में ज्यादा जलसंकट था, वहां टैंकरों की संख्या बढ़ाई जाती रही। 425 से ज्यादा टैंकर पानी बांट रहे थे। अब कई क्षेत्रों में पानी की स्थिति सुधरी है, इसलिए किराए के 350 टैंकर बंद किए हैं। नर्मदा प्रोजेक्ट के कार्यपालन यंत्री संजीव श्रीवास्तव के मुताबिक कई ऐसे झोन थे, जिनके वार्ड बड़े होने के कारण टैंकरों की संख्या बढ़ाई गई थी, ताकि सभी क्षेत्रों में पानी मिल सके। अभी भी कई क्षेत्रों में जलसंकट की शिकायतें आती हैं, जहां 75 टैंकरों से पानी बांटा जा रहा है। इनमें वह क्षेत्र भी शामिल हैं, जहां नर्मदा की नई लाइनें बिछाने से पानी सप्लाई नहीं हो पा रहा है। इसके अलावा पार्षद और झोनल अधिकारियों के निर्देश पर अलग-अलग क्षेत्रों में पानी बांटने की व्यवस्था की गई है।
उषानगर और आसपास की कई कालोनियों में जलसंकट
इंदौर। उषानगर, द्रविड़ नगर और उसके आसपास की कई कालोनियों में नर्मदा का पानी नहीं मिलने के कारण लोग परेशान हो रहे हैं। इस मामले को लेकर झोनल अधिकारी से लेकर नर्मदा प्रोजेक्ट के अफसरों तक को भी शिकायत की जा चुकी है, लेकिन अब तक समस्या का हल नहीं हुआ। रहवासियों का कहना है कि महीनेभर का पैसा लिया जाता है और 12-15 दिन ही पानी दिया जाता है। कई दिनों से नल कुछ ही मिनटों के लिए आते हैं और घरों का पानी भी नहीं भर पाता।
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